बेंगलुरु, 26 जून (भाषा) कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस इकाई में सत्ता के कई केंद्र हैं। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि सितंबर के बाद राजनीतिक घटनाक्रम बदलेगा।
इस वर्ष के अंत तक राज्य सरकार में फेरबदल और नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच सहकारिता मंत्री की इन टिप्पणियों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राजन्ना ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, “सितंबर खत्म होने दीजिए…राज्य की राजनीति का घटनाक्रम बदलेगा। यह (सितंबर के बाद) होगा।”
यह पूछे जाने पर कि कुछ विधायकों ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस कार्यकाल को 2013-18 (मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल) जैसा नहीं पाया और क्या मुख्यमंत्री पर दबाव है, मंत्री ने कहा कि अब कांग्रेस में सत्ता के कई केंद्र हैं।
उन्होंने कहा, “2013-18 के दौरान सत्ता का केवल एक केंद्र था। अब एक, दो या तीन… कई हैं।”
सिद्धरमैया के करीबी माने जाने वाले राजन्ना ने कहा,“आप जितना चाहें, उतना कह सकते हैं। जब सत्ता के कई केंद्र होंगे, तो हलचल अधिक होगी और उस पृष्ठभूमि में, उन्हें (सिद्धरमैया को) स्थिति के अनुसार सरकार और पार्टी का प्रबंधन भी करना होगा।”
उन्होंने कहा, “आप कह सकते हैं कि 2013-18 के सिद्धरमैया नहीं दिखेंगे और कमोबेश लोगों की भी यही राय हैं…।’’
इस बीच, इस वर्ष के अंत तक राज्य की राजनीति या सरकार के स्तर पर किसी बड़े बदलाव के बारे में पूछे जाने पर लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा कि कुछ बदलाव हो सकते हैं, लेकिन बहुत बड़ा नहीं।
उन्होंने कहा, “मुझे ऐसा नहीं लगता….मुझे कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा, लेकिन बदलाव हो सकते हैं।”
सतीश ने मंत्रिमंडल में फेरबदल के बारे में पूछे जाने पर कहा, “कुछ बदलाव हो सकते हैं, बहुत बड़ा बदलाव नहीं।”
राजन्ना ने दिन में एक बार फिर पत्रकारों को संबोधित किया।
सितंबर के बाद किस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम की उम्मीद की जा सकती है, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, “क्या आपने अगस्त और मई की क्रांति के बारे में नहीं सुना है? इसी तरह यह भी एक क्रांति है….अगर हम अभी से ब्यौरा बता देंगे, तो आपकी रुचि खत्म हो जाएगी।”
यह पूछे जाने पर कि क्या बदलाव पार्टी या सरकार के स्तर पर होगा, राजन्ना ने कहा, “आप जिस तरह से चाहें, इसका अनुमान लगा सकते हैं।”
मंत्री ने कहा कि राजनीति स्थिर नहीं बल्कि बहता पानी है और स्थिति व घटनाओं के आधार पर घटनाक्रम बदलता है।
भाषा जितेंद्र अविनाश
अविनाश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.