शिमला, 25 मई (भाषा) हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने रविवार को बिजली निगम के अभियंता विमल नेगी की कथित रहस्यमय मौत को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला किया और कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मौजूदा राज्य सरकार ने जिस तरह से विमल नेगी मामले में सच्चाई को दबाने की कोशिश की है तथा उनके परिवार को न्याय से वंचित किया है, उससे यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने राज्य के मुख्यमंत्री बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।’’
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के मुख्य अभियंता नेगी 10 मार्च को लापता हो गए थे और उनका शव 18 मार्च को बिलासपुर जिले में मिला था।
ठाकुर ने आरोप लगाया, ‘‘हम कह सकते हैं कि सरकार ने अपने भ्रष्ट नेताओं को बचाने के लिए विमल नेगी की बलि दे दी।’’
भ्रष्टाचार के एक कथित मामले को उजागर करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर ने दावा किया कि पेखुबेला सौर ऊर्जा परियोजना के मामले में नियमों के अनुसार 10 प्रतिशत परिसमापन शुल्क कटौती की आवश्यकता थी, जो कुल 22 करोड़ रुपये थी। हालांकि, भाजपा नेता ने दावा किया कि सरकारी दबाव के कारण कथित तौर पर 13 करोड़ रुपये का भुगतान जारी किया गया था।
ठाकुर ने दावा किया, ‘‘यह सौर परियोजना एक प्रमुख कारण है जिसके कारण विमल नेगी की जान चली गई। ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस नेताओं ने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया और उसे बढ़ावा दिया। वास्तव में, एचपीपीसीएल के भीतर भ्रष्ट अधिकारियों को न केवल संरक्षण दिया गया, बल्कि उन्हें और शक्ति दी गई।’’
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