नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) साधारण बीमा कंपनी न्यू इंडिया एश्योरेंस इस महीने अपने खुदरा और कारोबारी ग्राहकों को जलवायु जोखिमों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा देने वाला एक पैरामीट्रिक बीमा उत्पाद लेकर आएगी।
बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से देश की सबसे बड़ी साधारण बीमा कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गिरिजा सुब्रमण्यन ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पैरामीट्रिक बीमा भारी बारिश, तेज हवा और बाढ़/सूखे जैसी आपदाओं से होने वाले नुकसान को कवर करता है। पारंपरिक बीमा के उलट पैरामीट्रिक बीमा में भुगतान पूर्व-निर्धारित मापदंडों के घटित होने पर निर्भर करता है, जिससे दावों का त्वरित निपटान संभव हो जाता है।
सुब्रमण्यन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘पैरामीट्रिक बीमा एक उपयोग और फाइल उत्पाद है, जिसे बीमा नियामक इरडा ने अनुमति दी हुई है। हमने पहले ही इरडा के पास इसका पंजीकरण करा लिया है, लिहाजा उत्पाद तैयार है और इसका उपयोग खुदरा और व्यावसायिक समूहों दोनों में किया जा सकता है। हम इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयार हैं।’’
इस बीमा उत्पाद को पेश किए जाने की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा, ‘‘हम इसे मई महीने के अंत तक पेश कर देंगे।’’
सुब्रमण्यन ने कहा कि पैरामीट्रिक बीमा उत्पाद के दायरे में जलवायु संबंधी अधिकांश अनिश्चितताएं आएंगी जो दैनिक आजीविका, रोजगार सृजन को प्रभावित करती हैं।
न्यू इंडिया एश्योरेंस का मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ लगभग दो प्रतिशत गिरकर 347 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही में उसे 354 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
हालांकि, मार्च तिमाही में इसकी कुल आय बढ़कर 10,966 करोड़ रुपये हो गई, जो कि जनवरी-मार्च, 2024 में 10,849 करोड़ रुपये थी।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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