गुवाहाटी, 26 जनवरी (भाषा) गणतंत्र दिवस समारोह के बीच रविवार को गुवाहाटी में जोरदार आवाज सुनाई दी, जिससे लोगों में दहशत फैल गई।
पुलिस ने बताया कि बेहरबारी इलाके में ब्रह्मपुत्र सब्जी मंडी के पास ट्रक पार्किंग में यह आवाज सुनी गई।
असम पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘स्थानीय पुलिस इसकी जांच कर रही है।’’
ब्रह्मपुत्र बाजार के एक कर्मचारी ने कहा, ‘‘सुबह करीब पौने आठ बजे थे। हमने अपने परिसर में राष्ट्रध्वज फहराया, तभी हमें आवाज सुनाई दी। हम भागकर बाहर आए। किसी को कोई चोट नहीं लगी है या संपत्ति का कोई नुकसान नहीं हुआ है।’’
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि रेहाबारी में भी ऐसी ही आवाज सुनी गई थी, लेकिन पुलिस ने कहा कि वहां ऐसा कुछ नहीं हुआ और यह एक अफवाह थी।
इस बीच, बेतकुची में अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) के पास एक लावारिस बैग मिलने से अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस ने बताया कि पूरे इलाके की तलाशी ली गई।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें बैग के अंदर कपड़ों और पहचान पत्र के अलावा कुछ नहीं मिला। शायद किसी ने गलती से बैग छोड़ दिया। हम उचित जांच के बाद बैग उसके मालिक को वापस कर देंगे।’’
बाद में, प्रतिबंधित उल्फा (आई) ने प्रेस को कथित तौर पर एक ई-मेल भेजा, जिसमें गुवाहाटी में दो स्थानों पर हुए ‘‘विस्फोटों’’ की जिम्मेदारी ली गई।
इसमें कहा गया है कि गुवाहाटी असम की जीवनरेखा है और लोगों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना संदेश दिया गया है कि वे स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में भाग न लें।
इसमें कहा गया है, ‘‘…लालमाटी और रेहाबारी समेत कई जगहों पर आईईडी विस्फोट किए गए।’’
गणतंत्र दिवस समारोहों का उल्फा (आई) द्वारा बहिष्कार किए जाने के मद्देनजर पिछले कई दिनों से गुवाहाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
उल्फा (आई) ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर सिलसिलेवार विस्फोट करने के लिए असम में 24 स्थानों पर बम लगाने का दावा किया था, जिसके बाद पूरा सुरक्षा तंत्र सकते में आ गया था। पुलिस ने बाद में गुवाहाटी में चार स्थानों सहित कम से कम 10 स्थानों से ‘‘बम जैसे पदार्थ’’ बरामद किए थे।
भाषा
सिम्मी प्रशांत
प्रशांत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.