नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर रामायण को गलत तरीके से उद्धृत करने और भगवान राम तथा सीता का ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया.
पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने केजरीवाल को ‘अधर्मी’ करार दिया और रामायण की गलत व्याख्या करने के लिए उपवास की घोषणा की.
केजरीवाल ने इस आरोप पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा रावण के सम्मान में उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने भाजपा नेताओं को ‘राक्षसी प्रवृत्ति’ वाले करार दिया.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के तहत मतदान का दिन जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है, भाजपा और आप के बीच ज़ुबानी जंग तेज़ हो रही है और दोनों दल एक दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी की 70 विधानसभा सीट के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा. मतों की गणना आठ फरवरी को की जाएगी.
सचदेवा ने पहले प्राचीन हनुमान मंदिर का दौरा किया और वहां पूजा-अर्चना के बाद केजरीवाल को ‘चुनावी हिंदू’ कहा.
उन्होंने केजरीवाल द्वारा सीता-राम के प्रति दिखाए गए ‘अपमान’ के लिए क्षमा याचना की.
उन्होंने कहा, ‘‘यह खेदजनक है कि अरविंद केजरीवाल चुनावी रैलियों में देवताओं का नाम लेते हैं, लेकिन अज्ञानता के कारण गलत कहानियां सुनाकर हिंदू भावनाओं को आहत करते हैं.’’
केजरीवाल ने सोमवार को एक चुनावी सभा में रामायण का हवाला देते हुए कहा था कि सोने के हिरण के रूप में आए रावण ने सीता का अपहरण उस समय किया था जब भगवान राम भोजन की तलाश में बाहर गए थे.
भाजपा नेताओं ने इस पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल ने रामायण को गलत तरीके से उद्धृत किया और कहा कि यह इस महाकाव्य का एक अन्य चरित्र ‘मामा मारीच’ था, जिसने भगवान राम को भटकाने के लिए सोने के हिरण का रूप धारण किया था और फिर रावण ने सीता का अपहरण किया था.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैंने कल कहा था कि रावण ने सोने के हिरण का रूप धारण किया था. भाजपा नेता मेरे घर के बाहर धरने पर बैठे हैं कि मैंने रावण का अपमान क्यों किया.’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उन्हें रावण से बहुत प्यार है, उनमें ‘राक्षसी प्रवृत्ति’ है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं झुग्गीवासियों और दिल्ली में गरीबों को आगाह कर देना चाहता हूं कि अगर वे (भाजपा) सत्ता में आए तो उन्हें खा जाएंगे.’’
सचदेवा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही नेता हैं जिन्होंने अपनी दादी का हवाला देते हुए ‘राम मंदिर विरोधी’ कहानी गढ़ने की कोशिश की थी और मंदिर की जगह अस्पतालों तथा स्कूलों की वकालत की थी.
उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू समुदाय केजरीवाल की भावनाओं को आहत करने के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेगा.’’
वरिष्ठ आप नेता मनीष सिसोदिया ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमला बोला और कहा कि पार्टी नेता रावण का ‘बचाव’ कर रहे हैं जैसे कि वे खुद रावण के ‘वंशज’ हों.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इनकी राजनीति इतनी नीचे गिर चुकी है कि अब यह रावण जैसे प्रतीक का सहारा लेकर अपनी झूठी बयानबाजी को सही ठहराने में जुट गए हैं. मैं दिल्ली की जनता से कहना चाहता हूं कि इनकी असली मंशा को पहचानें. ये चुनाव के बाद गरीबों, मजदूरों और झुग्गीवासियों के लिए रावण से भी बड़ा खतरा साबित होंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इनसे सतर्क रहना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि इनका असली एजेंडा सिर्फ सत्ता हासिल करना है. ये झुग्गियां तुड़वाने और जनता की ज़मीनें कब्जाने की साजिश रच रहे हैं. इनके झूठे नाटकों से सावधान रहें और सही फैसला करें.’’
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