मुंबई, 17 दिसंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 1,064 अंक लुढ़क गया जबकि एनएसई निफ्टी 24,500 अंक से नीचे आ गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय आने से पहले निवेशकों के सतर्क रुख के बीच चौरतरफा बिकवाली से बाजार में गिरावट रही।
कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच घरेलू बाजार से विदेशी पूंजी की निकासी से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
बीएसई का तीस शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 1,064.12 अंक यानी 1.30 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 81,000 के नीचे 80,684.45 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,136.37 अंक तक लुढ़क गया था।
बीएसई के कुल 2,442 शेयरों में गिरावट रही जबकि 1,576 शेयर लाभ में रहे। वहीं 89 शेयरों के भाव यथावत रहे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 332.25 अंक यानी 1.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,336 अंक पर बंद हुआ।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘प्रमुख ब्याज दर पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व, बैंक ऑफ जापान और बैंक ऑफ इंग्लैंड के फैसलों से पहले निराशा का माहौल रहा। बाजार पहले ही फेडरल रिजर्व की नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती मानकर चल रहा है। हालांकि, वह किसी प्रकार के आक्रामक रुख को लेकर सतर्क भी है। बैंक ऑफ जापान और बैंक ऑफ इंग्लैंड के नीतिगत दर को यथावत रखने की संभावना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके साथ डॉलर के मुकाबले रुपये के अबतक के निचले स्तर पर आने और ऊंचे व्यापार घाटे से भी बाजार पर दबाव रहा।’’
सेंसेक्स में शामिल सभी तीस शेयर नुकसान में रहे। भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट आई।
मझोली कंपनियों के शेयरों से जुड़ा बीएसई मिडकैप 0.65 प्रतिशत नीचे आया जबकि छोटी कंपनियों के शेयरों से संबंधित स्मॉलकैप सूचकांक 0.52 प्रतिशत फिसला।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध मामलों के उप-प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा, ‘‘बैंकों में नकदी की कमी है और यह करीब छह महीने में सबसे ज्यादा है। इसका कारण कंपनियों का अग्रिम कर भुगतान और रुपये में उतार-चढ़ाव को थामने के लिए संभवत: डॉलर की बिकवाली है। बैंक शेयरों में सर्वाधिक गिरावट आई। बैंक निफ्टी 1.5 प्रतिशत नुकसान में रहा।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।
यूरोप के अधिकांश बाजारों में गिरावट रही। अमेरिकी बाजार भी सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 278.70 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73.58 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 384.55 अंक टूटा था जबकि एनएसई निफ्टी में 100.05 अंक की गिरावट आई थी।
भाषा रमण प्रेम
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