नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) रूस के साथ भारत ने प्लास्टिक उत्पादों के व्यापार पर भविष्य में वैश्विक नियमों और डब्ल्यूटीओ मानदंडों के बीच संभावित टकराव को लेकर चिंता जतायी है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह बात कही।
रूस ने 19-20 नवंबर को बाजार पहुंच पर डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) समिति की बैठक के दौरान इस मुद्दे को उठाया था।
रूस ने प्लास्टिक उत्पादों के व्यापार पर भविष्य के नियमों और डब्ल्यूटीओ नियमों के बीच संभावित टकराव के बारे में चिंता जताई है।
रूस का कहना है कि दक्षिण कोरिया के बुसान में प्लास्टिक प्रदूषण पर संयुक्त राष्ट्र की अंतर सरकारी वार्ता समिति (आईएनसी) की आगामी बैठक में कुछ देशों द्वारा सभी प्रकार के प्लास्टिक के उत्पादन, व्यापार और खपत की सीमा तय करने के उद्देश्य से प्रावधानों को अपनाने पर विचार किया जा सकता है।
इसमें कहा गया है कि यदि ऐसी स्थिति सामने आती है तो मामले में डब्ल्यूटीओ के नियम प्लास्टिक सामाग्रियों पर लागू नहीं हो पाएंगे।
जिनेवा स्थित एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सऊदी अरब और भारत ने रूस की तरफ से उठाई गई चिंताओं को दोहराया है।’’
प्लास्टिक निर्यात के मामले में भारत एक प्रमुख देश है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान निर्यात 14.37 प्रतिशत बढ़कर 5.21 अरब डॉलर रहा।
इसके अलावा बैठक के दौरान, इंडोनेशिया ने चिकित्सीय कपड़े, विस्कोस स्टेपल फाइबर और चमड़े तथा अन्य सामग्रियों से बने जूते सहित कई उत्पादों पर भारत के जारी गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के संदर्भ में मुद्दे उठाए।
भाषा रमण अजय
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