पालघर, 17 नवंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पालघर के विधायक श्रीनिवास वंगा के साथ किए गए व्यवहार का हवाला देते हुए रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना पर “इस्तेमाल करके फेंकने” की नीति अपनाने का आरोप लगाया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद दिवंगत चिंतामन वंगा के बेटे श्रीनिवास वंगा को शिंदे गुट ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया। श्रीनिवास ने 2019 का चुनाव (अविभाजित) शिवसेना के टिकट पर जीता था और जून 2022 में पार्टी के विभाजन के बाद शिंदे गुट में शामिल हो गए थे।
उद्धव यहां बोईसर में महा विकास आघाडी (एमवीए) के उम्मीदवार विश्वास वाल्वी (बोईसर) और जयेंद्र डुबला (पालघर) के समर्थन में रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘सत्तारूढ़ पार्टी की ‘इस्तेमाल करके फेंकने’ की नीति है। वंगा परिवार का अपमान किया गया है।’
उद्धव ने यह भी कहा कि जिले के वधावन और मुर्बे में बंदरगाह परियोजनाओं से समुद्र तट को खतरा होगा और क्षेत्र के मछुआरा समुदायों की आजीविका प्रभावित होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह विकास के नाम पर विनाश के खिलाफ हैं और सत्ता में आने के बाद ऐसी परियोजनाएं बंद कर दी जाएंगी।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा पर चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी।
भाषा
जोहेब पारुल
पारुल
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