नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) जी-20 सदस्य देशों ने पिछले एक साल में व्यापार प्रतिबंधात्मक उपायों में वृद्धि की है। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की एक रिपोर्ट में बुधवार को यह कहा गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि समीक्षा अवधि (अक्टूबर मध्य 2023 से अक्टूबर मध्य 2024) के दौरान जी-20 अर्थव्यवस्थाओं ने वस्तुओं पर 91 नये व्यापार-प्रतिबंधात्मक और व्यापार-सुविधा से जुड़े 141 उपाय पेश किए। इनमें से ज्यादातर आयात से संबंधित थे।
विश्व व्यापार संगठन ने कहा, ‘‘व्यापार-प्रतिबंधात्मक उपायों का व्यापार दायरा 828.9 अरब डॉलर होने का अनुमान लगाया गया है, जो कि पिछली जी-20 रिपोर्ट में 246.0 अरब डॉलर से काफी अधिक है।’’
इसी तरह, व्यापार को सुविधाजनक उपायों का व्यापार दायरा बढ़कर 1,069.6 अरब डॉलर रहने का अनुमान है जो पहले 318.8 अरब डॉलर था।
डब्ल्यूटीओ की महानिदेशक नगोजी ओकोन्जो-इवेला ने कहा कि रिपोर्ट व्यापार-प्रतिबंधात्मक रुख का संकेत देती है। यह चिंता का कारण है।
उन्होंने कहा, ‘‘ये उपाय, आयात और निर्यात दोनों पक्षों को प्रभावित करते हैं। इन उपायों से वस्तुओं की कमी, मूल्य अस्थिरता और अनिश्चितता उत्पन्न हो सकती है। जी-20 अर्थव्यवस्थाओं को बाजारों को खुला और भरोसेमंद बनाये रखने के लिए काम करना चाहिए, ताकि वस्तुओं की आवाजाही सुचारू रूप से हो सके। यह निवेश और नौकरी सृजन को बढ़ावा देता है।’’
जी-20 सदस्यों में भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका सहित अन्य देश शामिल हैं।
व्यापार उपायों के बारे में 31वीं डब्ल्यूटीओ व्यापार निगरानी रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘जी-20 अर्थव्यवस्थाओं के व्यापार प्रतिबंधात्मक उपायों का दायरा पिछले साल की तुलना में काफी बढ़ गया है।।’’
भाषा रमण अजय
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