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अहमदाबाद, 27 सितंबर (भाषा) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आरक्षण संबंधी टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौन मार्च में भाग किया।
भाजपा ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य मयंक नायक ने बांह पर काली पट्टी बांधकर आरटीओ सर्किल पर मार्च का नेतृत्व किया तथा फिर आश्रम रोड पर एक स्थान के बाहर एकत्र हुए।
यहां कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस विरोधी संदेश वाले बैनर लेकर मार्च निकाला।
हाल ही में अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान गांधी ने वहां जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा था कि जब भारत में निष्पक्ष स्थान होगा, तब कांग्रेस आरक्षण समाप्त करने के बारे में सोचेगी। उन्होंने कहा कि अभी ऐसी स्थिति नहीं है।
सभा को संबोधित करते हुए भाजपा की गुजरात इकाई के उपाध्यक्ष गोरधन जदाफिया ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी जब भी केंद्र में सत्ता में आई है, उसने कई बार संविधान का ‘‘अपमान’’ किया है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘कांग्रेस और गांधी परिवार कभी भी आरक्षण के पक्ष में नहीं रहे और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी हमारे संविधान की मसौदा समिति में डॉ. बीआर आंबेडकर को शामिल करने के खिलाफ थे। कांग्रेस सरकार ने 1975 में आपातकाल लगाकर हमारे संविधान की हत्या कर दी।’’
भाजपा नेता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस व्यक्ति ने विदेशी धरती पर भारत का अपमान किया और जिसे देश के इतिहास का कोई ज्ञान नहीं है, वह लोकसभा में विपक्ष का नेता है।
राज्यसभा सदस्य नरहरि अमीन अहमदाबाद पूर्व से सांसद हसमुखभाई पटेल सहित अन्य लोगों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
भाषा यासिर वैभव
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