बेंगलुरु, 25 जुलाई (भाषा) कर्नाटक में बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) में हुए कथित वैकल्पिक भूखंड घोटाले की शिकायत करने के लिए राजभवन तक मार्च निकाला और राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मुलाकात की।
उन्होंने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने उन्हें विधानसभा के दोनों सदनों में यह मुद्दा नहीं उठाने दिया।
कर्नाटक विधानमंडल के सत्र को निर्धारित अवधि से एक दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए जाने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र की अगुवाई में पार्टी विधायकों ने राजभवन तक मार्च निकाला। उनके हाथों में तख्तियां और पोस्टर थे।
भाजपा नेताओं ने गहलोत से मुलाकात की और घोटाले के विवरण वाला एक एक ज्ञापन उन्हें सौंपा।
बाद में, अशोक ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने उन्हें (भाजपा विधायकों को) एमयूडीए घोटाले के बारे में नहीं बोलने दिया क्योंकि इसमें मुख्यमंत्री सिद्धरमैया सीधे तौर पर लिप्त हैं।
उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में जब यह घोटाला हुआ था तब सिद्धरमैया जे एच पटेल सरकार में उपमुख्यमंत्री थे।
अशोक ने आरोप लगाया, ‘‘सिद्धरमैया और उनके समर्थकों ने 50:50 योजना के तहत एमयूडीए घोटाले में एक लाख वर्ग फुट से अधिक जमीन हड़प ली है।’’
भाषा
राजकुमार नेत्रपाल
नेत्रपाल
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