नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) सरकार समर्थित एक रिपोर्ट के अनुसार किशोर कल्याण कार्यक्रमों में निवेश किए गए प्रत्येक डॉलर पर 4.6 से 71.4 अमेरिकी डॉलर तक का रिटर्न या प्रतिफल मिलने की संभावना है। रिपोर्ट में आगे भी निवेश की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पार्टनरशिप फॉर मेटरनल, न्यूबॉर्न एंड चाइल्ड हेल्थ (पीएमएनसीएच) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर ‘इकनॉमिक केस फॉर इन्वेस्टमेंट इन वेल बीइंग ऑफ अडॉलेसेंट्स इन इंडिया’ नामक रिपोर्ट तैयार की है।
सरकार और निजी क्षेत्र समेत हितधारकों के योगदान की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि किशोर स्वास्थ्य देखभाल में भविष्य के निवेश से भारतीय अर्थव्यवस्था में सालाना सकल घरेलू उत्पाद पर औसतन 10.1 प्रतिशत तक वृद्धि होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘किशोर कल्याण में निवेश के आर्थिक औचित्य पर ध्यान केंद्रित करने पर पता चलता है कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विवाह रोकथाम और सड़क सुरक्षा से जुड़े सात प्रमुख कार्यक्रमों में निवेश करने पर प्रत्येक पर 4.6 से 71.4 डॉलर तक का उच्च रिटर्न मिलने का अनुमान है।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2000 से 2019 के बीच किशोर मृत्यु दर में आधे से अधिक की कमी आई है।
भाषा जोहेब नेत्रपाल अजय
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