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Friday, 22 November, 2024
होमदेशअमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के अलावा, शाह ने जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार के मामलों से निपटने में भी दिलचस्पी दिखाई

अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के अलावा, शाह ने जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार के मामलों से निपटने में भी दिलचस्पी दिखाई

केंद्रीय गृहमंत्री के रूप में राज्य की पहली यात्रा में अमित शाह ने हाल ही में स्थापित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को मज़बूत बनाए जाने पर ज़ोर दिया.

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श्रीनगर: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पहले कश्मीर दौरे पर बुधवार को जिन सुरक्षा उपायों पर चर्चा हुई. उनमें अमरनाथ यात्रा के रास्ते में 90 नए बंकरों की स्थापना और ड्रोन से निगरानी की योजनाएं शामिल थीं. इसके अलावा शाह ने एक और मुद्दे पर फोकस किया. राज्य में भ्रष्टाचार का मुद्दा.

जम्मू कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए पहली बैठक में शाह को बताया गया कि प्रशासन अमरनाथ यात्रा संबंधी कार्यों के लिए तैनात सरकारी कर्मचारियों को रेडियो-फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (आरएफआईडी) भी जारी कर रहा है.

शाह की बैठकों में चर्चा के मुद्दों से वाकिफ एक सूत्र ने बताया कि गृहमंत्री ने कश्मीर में व्याप्त भ्रष्टाचार और ज़मीन हड़पने के मुद्दों में भी दिलचस्पी दिखाई. ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर राज्य या केंद्र की प्रवर्तन एजेंसियां शायद ही ध्यान देती हैं.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को मज़बूत करना

शाह ने राज्य प्रशासन से भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए हाल ही स्थापित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को मज़बूत करने के निर्देश दिए हैं. एसीबी पिछले दिनों जेएंडके बैंक के बर्खास्त अध्यक्ष परवेज़ अहमद नेंगरू के खिलाफ़ फर्जी नियुक्तियों और धन के गबन के मामलों की जांच को लेकर खबरों में रहा था.


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राज्य प्रशासन और गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में शाह को ये कहते बताया गया है कि ‘नवगठित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को मज़बूत बनाया जाना चाहिए. बड़े और रसूखदार लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए भ्रष्टाचार के मामलों की प्राथमिकता के आधार पर फास्ट ट्रैक जांच की जानी चाहिए.’

सूत्रों के अनुसार शाह ने राज्य प्रशासन और पुलिस बल को सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार तथा साथ ही निजी संस्थाओं और व्यक्तियों के कदाचार से सख्ती से निपटने को कहा है.

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार शाह को राज्य में ज़मीन हड़पने के मामलों की जानकारी दी गई. इसकी प्रतिक्रिया में उन्होंने एसीबी को ऐसे मामलों की जांच करने को कहा है.

अधिकारी ने कहा, ‘शाह की भ्रष्टाचार के मामलों से निपटने में दिलचस्पी है, ताकि जम्मू कश्मीर में जवाबदेही का स्तर बढ़ सके. ये काम देश के शेष हिस्सों के लिए भी इस सरकार के एजेंडे में शामिल है.’

‘ज़मीन हड़पने के मुद्दे से भी निपटने की ज़रूरत है और बैठक में इस बारे में चर्चा की गई. अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों की जिम्मेदारी तय की जाएगी.’

शाह ने दो बैठकें की

शाह ने बुधवार को दो बैठकें की. एक सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए और दूसरी राज्य में विकास की गतिविधियों का जायज़ा लेने के लिए. इन बैठकों में केंद्रीय गृह सचिव राजीब गौबा गृह मंत्रालय में विशेष सचिव एपी माहेश्वरी, कश्मीर मामलों के अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार तथा राज्य प्रशासन, सेना, अर्द्धसैनिक बलों और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया.


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शाह के विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से भी मुलाकात करने की संभावना है. वह चरमपंथियों द्वारा मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों से भी मिलने वाले हैं. गुरुवार को शाह ने जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी अरशद ख़ान के परिजनों से मुलाकात की, जिनकी इसी महीने अनंतनाग में एक आत्मघाती हमले में मौत हो गई थी. हमले में सीआरपीएफ के पांच जवानों की भी मौत हो गई थी.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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