नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी.
उन्होंने बताया कि सरकार ने राज्य की राजधानी भोपाल में प्रवेश बिंदुओं पर इन देवताओं से संबंधित तोरण द्वार बनाने का भी फैसला लिया है.
एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री यादव ने शुक्रवार को संस्कृति एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान इस संबंध में निर्देश जारी किए.
यादव ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश सरकार राज्य में भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों की पहचान करेगी और उन्हें तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी.’’
उन्होंने विभाग को भोपाल शहर के प्रवेश बिंदुओं पर भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण से संबंधित तोरण द्वार बनाने के निर्देश दिए तथा 11वीं शताब्दी के परमार वंश के शासक राजा भोज के अलावा भारतीय साहित्य में वर्णित राजा विक्रमादित्य को समर्पित प्रवेश द्वार निर्मित करने की योजना बनाने के निर्देश दिए हैं.
अधिकारी ने बताया कि यादव ने अधिकारियों को राज्य की सीमाओं पर प्रवेश द्वार बनाने के निर्देश भी दिए ताकि लोगों को मध्य प्रदेश की संस्कृति और धार्मिक महत्व वाले स्थलों के बारे में जानकारी मिल सके.
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धार्मिक स्थलों के विकास की योजना बनाने के निर्देश दिए.
राज्य में लोगों के बीच भारतीय संस्कृति और दर्शन का प्रचार-प्रसार करने के लिए मानस जयंती के अवसर पर गीता महोत्सव आयोजित करने को लेकर कार्य योजना बनाने के भी विभाग को निर्देश दिए गए हैं.
यादव ने कहा कि भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों को स्थानीय प्रतिनिधियों की मदद से विकसित किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है और पर्यटन स्थलों के प्रचार की जरूरत पर बल दिया.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि विभिन्न संग्रहालयों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए.
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