मुंबई, 26 अप्रैल (भाषा) अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया शुक्रवार को सात पैसे की गिरावट के साथ 83.35 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशों में डॉलर के मजबूत होने और घरेलू शेयर बाजारों में बिकवाली से स्थानीय मुद्रा प्रभावित हुई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और जोखिम से बचने की धारणा ने स्थानीय मुद्रा को प्रभावित किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 83.30 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में उसने 83.30 से 83.36 प्रति डॉलर के बीच कारोबार किया। अंत में 83.35 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से सात पैसे कम है।
रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.28 पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाई बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘कमजोर घरेलू बाजार और कच्चे तेल के दाम में तेजी से रुपये में गिरावट आई। हमारा अनुमान है कि पश्चिम एशिया में फिर से तनाव बढ़ने और घरेलू शेयर बाजार में कमजोर रुख से रुपया हल्के नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कच्चे तेल के दाम में तेजी तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी रुपये पर और दबाव डाल सकती है। हालांकि रिजर्व बैंक अगर कोई हस्तक्षेप करता है तो रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है…।’’
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.38 प्रतिशत चढ़कर 89.35 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 105.49 पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बृहस्पतिवार को बिकवाल रहे और शुद्ध रूप से 2,823.33 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका रमण
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