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Thursday, 21 November, 2024
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कार्यकर्ताओं पर सवाल उठाकर खुद घिरीं प्रियंका गांधी, बीजेपी ने भी साधा निशाना

प्रियंका ने अपनी स्पीच में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर पार्टी कार्यकर्ताओं को ही आड़े हाथ ले लिया था.

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लखनऊ/रायबरेली: रायबरेली में पूर्वी यूपी के नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में प्रियंका गांधी ने दिल खोलकर अपनी बात रखी. लेकिन इस दौरान की गई उनकी एक टिप्पणी पर सोशल मीडिया पर जमकर सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल प्रियंका ने अपनी स्पीच में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर पार्टी कार्यकर्ताओं को ही आड़े हाथ ले लिया. प्रियंका ने अपने भाषण के दौरान कहा, मैं बोलना नहीं चाहती थी, लेकिन मुझे बोलना पड़ रहा है कि सोनिया गांधी की रायबरेली सीट पर जीत पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा नहीं, बल्कि मतदाताओं के प्रयास की वजह से हुई.

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प्रियंका की इस टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. पार्टी के अंदरखेमे में भी इसको लेकर आपत्ति है. नाम न छापने की शर्त पर यूपी संगठन के एक नेता ने कहा कि पूरे संगठन में बदलाव की जरूरत है. कार्यकर्ताओं की मेहनत पर सवाल नहीं उठाने चाहिए. दोबारा से पूरे संगठन को मजबूत करने पर फोकस करना चाहिए.

जानें क्या हुआ बैठक में

रायबरेली में प्रियंका ने पूर्वी यूपी के उम्मीदवारों, वरिष्ठ नेताओं, जिला-शहर अध्यक्षों और कोआर्डिनेटरों सबके साथ अलग-अलग बैठक की. उन्होंने कहा कि नतीजे अप्रत्याशित रहे. खुलकर राय दीजिए कि ऐसा क्यों हुआ. मेरे स्तर पर क्या चूक हुई? कहां और क्या कमी रह गई? जनता हमसे क्या चाह रही थी. जो हम समझ नहीं पाएं. खाली हार पर चर्चा करने का वक्त नहीं है. हार को भूल कर अब आगे बढ़ने का समय है.

इस दौरान अधिकांश ने हार का ठीकरा संगठन पर फोड़ा कि संगठन का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाया. दूसरे दल से आये लोगों का कहना था कि जिलों में संगठन नाम की चीज नहीं है. कागज पर कमेटियां बनी हुई है. प्रियंका ने बड़े पैमाने पर बदलाव का संकेत दिया. लोगों ने उनसे सारी कमेटियां भंग कर नए सिरे से गठन करने की राय दी. जिस पर उन्होंने कहा कि सारी कमेटियां भंग है और वह पुनर्गठन सबकी राय आने के बाद करेंगी.

प्रियंका को सीएम का चेहरा बनाने की भी मांग

बैठक के दौरान मिशन 2022 की भी बात हुई.  पार्टी नेताओं ने प्रियंका से कहा कि विधानसभा चुनाव उनको सीएम चेहरा बना कर लड़ा जाए. इस पर प्रियंका कुछ नहीं बोली. हालांकि, जब उनसे यूपी को ज्यादा वक्त देने की मांग की गई तो हंस कर बोली-2022 में सरकार बनानी है.


बीजेपी ने साधा समीक्षा बैठक पर निशाना

बीजेपी के यूपी प्रवक्ता डाॅ. चंद्रमोहन ने कहा है कि कांग्रेस की रायबरेली समीक्षा बैठक केवल बौखलाहट बैठक थी. कांग्रेस नेताओं द्वारा लोकसभा चुनाव परिणाम पर टिप्पणी करना बताता है कि कांग्रेस गहरे अवसाद में हैं. प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. चन्द्रमोहन ने कहा  कि कांग्रेस नेतृत्व द्वारा 2017 के विधानसभा चुनाव के समय भी ‘27 साल यूपी बेहाल का नारा दिया‘ फिर भी सपा के साथ समझौता किया परिणाम सबके सामने है. जनता मत बदलने वालों को कभी माफ नहीं करती है. कांग्रेस पहले अपने प्रत्याशियों की आवाज को सुने फिर राजनैतिक चर्चा करें.
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