नयी दिल्ली, दो अप्रैल (भाषा) पशु प्रबंधन और पोषण कंपनी ईफीड ने मंगलवार को कहा कि उसने भारत में टिकाऊ डेयरी व्यवहार में नवोन्मेषण को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी शोध मंच शुरु किया है।
इसमें कहा गया है कि भारत में सबसे अधिक 30 करोड़ से अधिक मवेशियों की आबादी है, जो स्थिरता और जलवायु परिवर्तन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।
ईफीड के संस्थापक कुमार रंजन ने एक बयान में कहा, ‘‘हम एक ऐसे चौराहे पर हैं जहां टिकाऊ डेयरी व्यवहार की आवश्यकता सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मंच, टिकाऊ डेयरी के क्षेत्र में अभूतपूर्व विचारों के लिए एक प्रक्षेपण स्थल के रूप में काम करेगा, इन विचारों को मूर्त उत्पादों में बदलने और वास्तविक दुनिया के परीक्षणों को सुविधाजनक बनाने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करेगा।’’
ई-फीड का नया मंच डेयरी उद्योग में महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे मवेशियों से बढ़ता मीथेन उत्सर्जन, मवेशियों के चारे में यूरिया का हानिकारक उपयोग जो मिट्टी के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है और इसके परिणामस्वरूप भूजल स्तर में कमी आ रही है।
कंपनी ने कहा, इन चुनौतियों को पहचानते हुए, ई-फीड की पहल न केवल सामयिक बल्कि महत्वपूर्ण है।
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