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Wednesday, 20 November, 2024
होमएजुकेशनकर्नाटक में छात्रों से 'सोक पिट' साफ कराने के आरोप में प्रिंसिपल गिरफ्तार, एक शिक्षक पर लगा POCSO

कर्नाटक में छात्रों से ‘सोक पिट’ साफ कराने के आरोप में प्रिंसिपल गिरफ्तार, एक शिक्षक पर लगा POCSO

'सोक पिट' साफ कराने के आरोप में तीन कर्मचारियों-प्रधानाचार्या, वार्डन और एक आउटसोर्स कर्मी- को निलंबित किया गया है.

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नई दिल्ली: कर्नाटक के कोलार जिले में स्थित एक स्कूल में बने ‘सोक पिट’ को कुछ छात्रों से जबरन साफ कराने के आरोप से जुड़ी शिकायत मिलने के बाद स्कूल की प्रधानचार्या को गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी.

सोमवार को निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने स्कूल से जुड़े दो लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की. प्रिंसिपल को सोक पिट घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, जबकि एक अन्य शिक्षक को POCSO अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “स्कूल की प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उनकी मौजूदगी में कुछ छात्रों से सोक पिट को कथित तौर पर साफ कराया गया था. एक अन्य मामले में, एक पुरुष शिक्षक को POCSO मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था.”

कोलार जिले के प्रभारी मंत्री बी.एस. सुरेश ने सोमवार को स्कूल का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों व शिक्षकों से बात कर घटना का विवरण मांगा.

वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कर्नाटक पुलिस को कथित घटना की जांच करने का निर्देश दिया है. एनसीपीसीआर ने कोलार उपायुक्त को लिखे एक पत्र में, घटना की गंभीरता पर गहरी चिंता व्यक्त की और जानकारी प्राप्त होने की तारीख से तीन दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है.

‘सोक पिट’ को साफ करने के लिए मजबूर किया गया

अधिकारियों के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मालूर तालुका के यालुवाहल्ली में स्थित मोरारजी देसाई स्कूल में आठवीं, नौवीं और 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले कुछ छात्रों को कथित तौर पर एक दिसंबर को स्कूल परिसर में एक ‘सोक पिट’ को साफ करने के लिए मजबूर किया गया था.

हालांकि, मामला कर्नाटक आवासीय शैक्षणिक संस्थान सोसाइटी (केआरईआईएस) और अन्य उच्च अधिकारियों के संज्ञान में रविवार को तब आया जब घटना की कथित तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई.

केआरईआईएस के कार्यकारी निदेशक नवीन कुमार राजू ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि विस्तृत जांच के लिए एक समिति गठित की गई है. उन्होंने बताया कि समिति घटनास्थल का दौरा करेगी और विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपेगी जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि ‘सोक पिट’ साफ कराने के आरोप में तीन कर्मचारियों-प्रधानाचार्या, वार्डन और एक आउटसोर्स कर्मी- को निलंबित किया गया है.

अधिकारियों ने बताया कि इस बीच, दो अन्य पुरुष शिक्षकों को क्रमशः पॉक्सो अधिनियम और शारीरिक दंड के आरोपों में निलंबित किया गया है.

अधिकारियों के मुताबिक, शुरुआती जांच में कर्मचारियों द्वारा छात्रों से दुर्व्यवहार के अन्य आरोप भी सामने आए हैं.

घटना के बाद सोमवार को ‘कर्नाटक भीम सेना’ नाम के एक संगठन ने प्रधानाचार्या और अन्य कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए आवासीय स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

कोलार जिले के प्रभारी मंत्री बीएस सुरेश ने भी स्कूल का निरीक्षण किया और छात्रों तथा शिक्षकों से बातचीत की. उन्होंने संबंधित अधिकारियों से भी बात की और अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली.


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