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Wednesday, 18 December, 2024
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राजस्थान में नहीं बदला रिवाज़, कुर्सी ने छोड़ दिया कांग्रेस CM अशोक गहलोत का साथ

राज्य की 200 में से 199 सीट पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था. करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के झालरापाटन से भाजपा उम्मीदवार, वसुंधरा राजे ने 25वें दौर की गिनती के बाद 53,193 वोटों से जीत हासिल की.

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नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार शाम को यहां राज्यपाल कलराज मिश्र से म‍ुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपेंगे. गहलोत शाम साढ़े पांच बजे राज्यपाल से मुलाकात करेंगे.

उल्लेखनीय है कि राज्य में 199 सीटों के लिए हुए मतदान के वोटों की गिनती रविवार को हुई.

भाजपा 11 सीटें जीत चुकी है और 103 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस दो सीट जीत चुकी है और 68 सीटों पर आगे चल रही है.

अपनी हार को स्वीकार करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा, राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं. यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है. यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे.

मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं. मेरी उनको सलाह है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही ना करें. OPS, चिरंजीवी सहित तमाम योजनाएं एवं जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है वो इसे आगे बढ़ाएं.

मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस चुनाव में पूरी मेहनत की एवं सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे ऊपर विश्वास किया.

राज्य की 200 में से 199 सीट पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था. करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के झालरापाटन से भाजपा उम्मीदवार, वसुंधरा राजे ने 25वें दौर की गिनती के बाद 53,193 वोटों से जीत हासिल की.

राजे राजस्थान के झालावाड़ में झालरापाटन से चुनाव लड़ रही हैं, जिस निर्वाचन क्षेत्र का वह 2003 से प्रतिनिधित्व कर रही हैं, वह सीएम पद के लिए शीर्ष दावेदारों में से एक हैं.

राजस्थान विधानसभा चुनाव में उतारे गए सांसद महंत बालकनाथ भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पसंदीदा माने जा रहे हैं. शीर्ष पद के लिए एक अन्य दावेदार केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हैं.

राजस्थान विधानसभा चुनाव में पिंडवाड़ा आबू से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार समाराम ने कांग्रेस के लीलाराम गरासिया को 13,094 वोटों से हराया.

चुनाव आयोग के रुझान के मुताबिक, राज्य में भारतीय जनता पार्टी 114 सीटों पर और कांग्रेस 71 सीटों पर आगे चल रही है.

राजे, जो दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं, 2023 के चुनावों में कांग्रेस के दिग्गज नेता राम लाल चौहान के खिलाफ झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं.

2018 में बीजेपी चुनाव हार गई और कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आई. हालांकि, राजे ने कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह को हराकर अपना गढ़ बरकरार रखा. सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवन्त सिंह के बेटे हैं.

राजस्थान विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारे गए सांसद महंत बालकनाथ को नवीनतम रुझानों के बाद मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पसंदीदा माना जा रहा है, जिससे पता चलता है कि पार्टी आसानी से आधे के आंकड़े को पार कर रही है.

विद्याधर नगर सीट पर बीजेपी नेता दीया कुमारी कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को हरा चुकी हैं.

राजस्थान में 25 नवंबर को 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर मतदान हुआ था. राज्य में बहुमत का आंकड़ा 100 है.


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