(हरिंदर मिश्रा)
यरुशलम, 30 नवंबर (भाषा) यरुशलम के एक बस स्टॉप पर फलस्तीनी बंदूकधारियों की गोलीबारी में कम से कम तीन इजराइली मारे गए और छह अन्य घायल हो गए, जिससे क्षेत्र में हिंसा के मौजूदा दौर के फैलने के बाद से शहर में अल्पकालिक शांति भंग हो गई।
इजराइल की पुलिस ने कहा, ‘‘सुबह लगभग सात बजकर 40 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर दो फलस्तीनी बंदूकधारी राजधानी के मुख्य प्रवेश द्वार की वीजमैन स्ट्रीट पर एक वाहन से बाहर निकले और एक बस स्टॉप पर मौजूद लोगों पर गोलियां चला दीं।’’
पुलिस और चिकित्सकों ने कहा कि यरुशलम के प्रवेश द्वार पर एक आतंकवादी गोलीबारी हमले में तीन लोग मारे गए और छह घायल हो गए, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हैं।
बताया जाता है कि क्षेत्र में दो ऑफ-ड्यूटी (ड्यूटी पर मौजूद नहीं) सैनिकों और एक सशस्त्र आम नागरिक ने जवाबी गोलीबारी की, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए।
सोशल मीडिया मंच पर प्रसारित वीडियो में दोनों बंदूकधारियों के अंधाधुंध गोलीबारी शुरू करने पर बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे कुछ लोग अलग-अलग दिशाओं में भागते दिख रहे हैं।
इजराइल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने दोनों हमलावरों की पहचान पूर्वी यरुशलम के 38 वर्षीय मुराद नाम्र और उसके भाई 30 वर्षीय इब्राहिम नाम्र के रूप में की है।
एजेंसी ने कहा, ‘‘दोनों हमास के सदस्य थे और पहले आतंकी गतिविधि के लिए जेल जा चुके थे।’’
एजेंसी ने कहा है कि गाजा पट्टी में आतंकवादी तत्वों के निर्देशों के तहत आतंकवादी हमलों की साजिश रचने के लिए मुराद को 2010 और 2020 के बीच जेल में डाल दिया गया था और इब्राहिम को 2014 में अज्ञात आतंकवादी गतिविधि के लिए जेल की सजा हुई थी।
फुटेज से पता चला कि दोनों एम-16 असॉल्ट राइफल और एक हैंडगन से लैस थे।
पुलिस को वाहन की तलाशी में भारी मात्रा में गोला-बारूद मिले। पुलिस किसी भी अतिरिक्त हमलावर से बचने के लिए इलाके की तलाशी ले रही है।
हमले की जगह पर पहुंचे मैगन डेविड एडोम एम्बुलेंस सेवा के चिकित्सकों ने 24 वर्षीय महिला को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया, जबकि आठ अन्य घायलों में से एक बुजुर्ग पुरुष और एक महिला को अस्पताल में मृत घोषित किया गया।
घायलों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बस स्टॉप पर लगभग ठीक एक साल पहले एक घातक बम हमला हुआ था।
बृहस्पतिवार का हमला इजराइल और हमास द्वारा युद्ध विराम को सातवें दिन बढ़ाने पर सहमति जताने के तुरंत बाद हुआ।
इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से एक घोषणा में कहा गया, ‘‘युद्ध संबंधी मामलों के मंत्रिमंडल ने कल रात सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि समझौते की रूपरेखा में जिन मुद्दों पर सहमति बनी थी अगर उससे संबंधित एक सूची आज सुबह सात बजे (बृहस्पतिवार, 30 नवंबर 2023) तक नहीं दी गई तो लड़ाई तुरंत फिर से शुरू हो जाएगी।’’
पीएमओ ने कहा, ‘‘रूपरेखा की शर्तों के अनुसार महिलाओं और बच्चों की एक सूची कुछ समय पहले इजराइल को सौंपी गई थी इसलिए विराम जारी रहेगा।’’
एक प्रेस विज्ञप्ति में पीएमओ ने कहा, ‘‘आज (30 नवंबर) रिहा होने वाले बंधकों की सूची प्राप्त होने के बाद, परिवारों को सूचित कर दिया गया है।’’
हालिया दौर की हिंसा शुरू होने के बाद से यरुशलम अपेक्षाकृत शांत है और हमास द्वारा यरुशलम में फलस्तीनियों को समर्थन देने के कई आह्वान के बावजूद कोई बड़ी झड़प की सूचना नहीं मिली है।
भाषा सुरभि माधव
माधव
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