अहमदाबाद: चीनी मूल के ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को इज़रायल-फिलिस्तीन संघर्ष की गहरी समझ नहीं है, और उसने आईसीसी विश्व कप के फाइनल के दौरान पिच पर “फ्री फिलिस्तीन” की टी-शर्ट पहनकर सुरक्षा मापदंडों का उल्लंघन, सिर्फ अपने सोशल मीडिया फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए किया था.
अहमदाबाद में पुलिस सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि जेन जॉन वेई ‘उर्फ’ वेन जॉनसन ने “schizophrenia” के लक्षणों को कम करने के लिए दवाएं लेने की बात स्वीकार की है, जो कि एक मानसिक विकार है और किसी व्यक्ति की सोचने, समझने और व्यक्त करने की क्षमता को ख़राब कर देता है.
रविवार को विश्व कप फाइनल के दौरान मैदान पर तेजी से दौड़ने और क्रिकेटर विराट कोहली को गले लगाने की कोशिश करने के कुछ ही सेकंड बाद 24 वर्षीय को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हिरासत में ले लिया गया था. कुछ अनुमानों के अनुसार, उन्होंने 14 सेकंड से कम समय में लगभग 100 मीटर की दूरी तय की थी.
जॉनसन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 353 और 441 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो क्रमशः एक लोक सेवक को कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल के उपयोग और अतिक्रमण के आरोपों से मेल खाती है.
हालांकि, चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ एफआईआर में क्रिकेट स्टेडियम में उनके दौड़ने का उल्लेख है, लेकिन यह नहीं कहा गया है कि उन्होंने एक टी-शर्ट पहन रखी थी जिस पर आगे की तरफ “फिलिस्तीन पर बमबारी बंद करो” और पीछे की तरफ “फ्री फिलिस्तीन” लिखा हुआ था.
मंगलवार को गांधीनगर की एक अदालत ने जॉनसन को जमानत दे दी और उन्हें 10,000 रुपये का मुचलका भरने का आदेश दिया. अदालत ने जॉनसन को यह भी बताया कि मुकदमे के समापन से पहले उन्हें अहमदाबाद छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
‘बहन ने वर्ल्ड कप फाइनल में हुई घटना पर अफसोस जताया‘
ऐसा पता चला है कि हाई स्कूल ग्रेजुएट जॉनसन सिडनी स्थित एक सोलर इंस्टालेशन कंपनी के कर्मचारी है.
अहमदाबाद में पुलिस सूत्रों ने दिप्रिंट को यह भी बताया कि उन्होंने मानसिक विकारों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक एंटीसाइकोटिक ‘एबिलीफाई 5एमजी’ का एक प्रिस्क्रिप्शन दिखाया और दावा किया कि वह सिज़ोफ्रेनिया के लक्षणों को नियंत्रण में रखने के लिए दवा लेते है.
सूत्रों ने कहा कि वह अपने परिवार से अलग है और उनके 10 भाई-बहन हैं, जॉनसन की एक बड़ी बहन पुलिस से मिल चुकी है. एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “बहन ने हमें फोन किया और घटना पर खेद व्यक्त किया. उन्होंने हमें यह भी बताया कि परिवार चाहता है कि वह पुलिस हिरासत में रहे और सुधर जाए.”
अहमदाबाद पुलिस के सूत्रों ने यह भी कहा कि जॉनसन 8 नवंबर को भारत पहुंचे और यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में कई मैचों के टिकट खरीदे लेकिन कभी उनमें से किसी में भी शामिल नहीं हुए.
मामले की जांच कर रही अहमदाबाद डिटेक्शन ऑफ क्राइम ब्रांच (डीसीबी) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, जॉनसन ने इस साल अगस्त में फीफा महिला विश्व कप मैच के दौरान ‘फ्री यूक्रेन’ टी-शर्ट पहनकर मैदान घुस गए थे. उन्होंने 2020 में ऑस्ट्रेलिया में एक रग्बी मैच के दौरान और 2021 में क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स के बीच एक क्रिकेट मैच के दौरान भी ऐसा ही किया था, जिसके लिए उन पर 200 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना लगाया गया था, लेकिन जुर्माना चुकाया नहीं गया.
सूत्रों ने कहा कि रविवार को, वह पहचान से बचने के लिए एक अलग टी-शर्ट पहनकर अहमदाबाद के स्टेडियम में दाखिल हुए, और दावा किया कि उन्होंने सिडनी के एक स्थानीय बाजार में यह ‘फ्री फिलिस्तीन’ की टी-शर्ट खरीदी थी. ऐसा पता चला है कि जॉनसन ने ऑस्ट्रेलिया में कुछ लोगों से दोस्ती की, जिन्होंने उन्हें गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों द्वारा सहे गए “उत्पीड़न” के बारे में बताया था.
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि वह “सभी युद्धों के खिलाफ हैं.”
जॉनसन ने पूछताछ के दौरान अधिकारियों को यह भी बताया कि वह एक प्रसिद्ध YouTuber बनना चाहते है और स्ट्रीमर विटाली ज़डोरोवेट्सकी, डैरेन जेसन वॉटकिंस जूनियर और यूसुफ सालेह एराकत सहित अन्य लोगों से प्रभावित थे. उन्होंने खुलासा किया कि वह ‘Pyjama Man’ नाम से एक टिकटॉक चैनल चला रहे थे, जहां उन्होंने दूसरों के साथ मजाक करते हुए वीडियो अपलोड किए थे.
एक दूसरे पुलिस सूत्र ने कहा, “हमने उनके टिकटॉक को देखा. वह ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसी हरकतें करता रहता है, ऑस्ट्रेलिया की भीड़ वाली सड़क पर लेटा रहता है, या सुपरमार्केट में फर्श पर किराने का सामान बिखेरता रहता है.”
(संपादन: अलमिना खातून)
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