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Friday, 15 November, 2024
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राजस्थान BJP ने मस्जिदों, गुरुद्वारों पर ‘नफरती’ टिप्पणी के लिए नेता संदीप दायमा को निष्कासित किया

यह निष्कासन भाजपा की पंजाब इकाई के सदस्यों के कड़े विरोध के बाद किया गया है. दायमा ने पहले राजस्थान में यह कहने के लिए माफी मांगी थी कि कांग्रेस की जीत से मस्जिदों और गुरुद्वारों की संख्या बढ़ जाएगी.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पंजाब इकाई के कड़े विरोध के बीच, राजस्थान में पार्टी ने पिछले सप्ताह मस्जिदों और गुरुद्वारों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर नेता संदीप दायमा को रविवार को निष्कासित कर दिया.

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “कार्रवाई करते हुए, संदीप दायमा को उनकी नफरत भरी टिप्पणी के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया गया है. भाजपा में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है.” यहां तक कि उन्होंने पार्टी की राज्य अनुशासन समिति के प्रमुख ओंकार सिंह लाखावत द्वारा नेता को जारी पत्र भी साझा किया.

पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता दायमा के निष्कासन की मांग को लेकर शनिवार से ही अपना विरोध दर्ज करा रहे थे.

शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, “मैं बीजेपी आलाकमान से आग्रह करता हूं कि मस्जिदों और गुरुद्वारों के खिलाफ नफरत भरी टिप्पणी के लिए संदीप दायमा को तुरंत पार्टी से निष्कासित किया जाए.”

दायमा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, “उनकी माफी का कोई मतलब नहीं है क्योंकि उनकी टिप्पणियों से पहले ही लोगों को काफी ठेस पहुंची है. न केवल उन्हें निष्कासित किया जाना चाहिए, बल्कि कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए, क्योंकि किसी को भी भड़काऊ नफरत वाले भाषणों के बाद केवल माफी मांगकर बच निकलने की इज़ाज़त नहीं दी जानी चाहिए.”

बुधवार को राजस्थान में आगामी चुनाव के लिए प्रचार के दौरान तिजारा में एक भाषण में दायमा ने कहा, “अगर कांग्रेस उम्मीदवार इस निर्वाचन क्षेत्र से जीतता है, तो मस्जिदों और गुरुद्वारों की संख्या बढ़ जाएगी और यह यहां रहने वाले लोगों के लिए यह समस्याग्रस्त हो जाएगा.” उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर इन्हें उखाड़ फेंका जाएगा.

बाद में, भाजपा आलाकमान के निर्देशों के बाद, दायमा ने एक वीडियो जारी कर माफी मांगी, जिसे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने अपने एक्स अकाउंट पर साझा किया. इसमें दायमा ने बताया कि उनका मतलब मस्जिद-मदरसा कहना था, लेकिन गलती से मस्जिद-गुरुद्वारा कह दिया.

माफी एसजीपीसी को रास नहीं आई और उसने कहा, “संदीप दायमा जैसे नेताओं को स्पष्टीकरण जारी करने में शर्म आनी चाहिए क्योंकि मुसलमानों के धार्मिक स्थल के खिलाफ बोलना भी उतना ही निंदनीय है जितना गुरुद्वारों के खिलाफ.”


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पंजाब बीजेपी की प्रतिक्रिया

पंजाब के कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने दायमा की टिप्पणी के लिए खुलेआम उनकी आलोचना की.

पंजाब के भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद खन्ना ने पार्टी आलाकमान से दायमा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया, “जिनकी मस्जिदों और गुरुद्वारों के खिलाफ नफरत भरी टिप्पणियों ने धार्मिक भावनाओं को व्यापक और गहरी चोट पहुंचाई है.”

पंजाब बीजेपी प्रमुख सुनील जाखड़ ने रविवार को एक्स पर एक बयान जारी कर कहा, “साथी नागरिकों की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ राजस्थान के नेता के आक्रोश को माफ नहीं किया जा सकता है. मैंने केंद्रीय नेतृत्व को उनके निंदनीय बयान से लोगों को हुई ठेस से अवगत कराया है.” उन्होंने कहा कि राज्य भाजपा इकाई ने “यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस तरह की टिप्पणी दोबारा न हो, सभी विकल्प तलाशने की सिफारिश की है क्योंकि कोई भी माफी इस असंवेदनशील टिप्पणी से लगी चोट और गुस्से को कम नहीं करेगी.”

अमरिंदर सिंह के बेटे और पार्टी सहयोगी रनिंदर सिंह ने भी दायमा की टिप्पणी और उनकी माफी की आलोचना की.

रनिंदर ने रविवार को एक्स पर लिखा,“मैं राजस्थान बीजेपी नेता संदीप दायमा द्वारा गुरुद्वारों और मस्जिदों के खिलाफ दिए गए नफरत भरे भाषण की कड़ी निंदा करता हूं.” उन्होंने आगे लिखा, “ऐसे लोग जानबूझकर देश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश करते हैं और उन्हें छूटने नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि सभ्य समाज में ऐसी नफरत का कोई स्थान नहीं है.”

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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