नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार के एक कथित मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता ज्योत्रिप्रिया मलिक को गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर लिया.
#WATCH | Kolkata: West Bengal minister Jyotipriya Mallick has been arrested by ED in connection with an alleged case of corruption in rationing distribution.
He says, "I am the victim of a grave conspiracy." pic.twitter.com/gARyddVT41
— ANI (@ANI) October 26, 2023
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि, “मंत्री को 17 से 18 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद शुक्रवार तड़के धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलएल) के तहत गिरफ्तार किया गया.
मलिक को एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा जहां ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी.
यह गिरफ्तारी ईडी द्वारा कोलकाता के बाहरी इलाके साल्ट लेक में मल्लिक के आवास पर तलाशी लेने के एक दिन बाद हुई.
जब ईडी के अधिकारी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की मदद से मंत्री को ले जा रहे थे तो मीडियाकर्मी धक्का-मुक्की करते हुए उनके आसपास जमा हो गए, मंत्री ने कहा कि वह “गंभीर साजिश का शिकार” थे.
एजेंसी ने एक आधिकारिक ने कहा, “पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को राशन वितरण में भ्रष्टाचार के एक कथित मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया है.”
गिरफ्तार मंत्री को साल्ट लेक स्थित उनके आवास से बाहर ले जाते समय मीडियाकर्मियों से यह कहते हुए सुना गया, “मैं एक गंभीर साजिश का शिकार हुआ हूं.”
एक अधिकारी ने बताया कि ये छापे कई करोड़ रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में हुआ.
अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में स्थित राज्य के वन मंत्री मलिक के दो घरों पर केंद्रीय बलों की एक टीम के सहयोग से छापा मारा.
इस घोटाला का संबंध सार्वजनिक वितरण प्रणाली और कोविड-19 के चलते लगाये गये लॉकडाउन के दौरान राशन वितरण में कथित अनियमितताओं से है.
केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने हाल में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम के आवासों सहित राज्य में विभिन्न स्थानों पर छापा मारा था.
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