नयी दिल्ली, 10 सितंबर (भाषा) यूक्रेन संघर्ष पर जी20 नेताओं के घोषणापत्र का सार ‘‘विभाजनकारी आम सहमति’’ के बजाय ‘‘समान राय वाली आम सहमति’’ है और यह संकट के समाधान का रास्ता दिखा सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
इससे एक दिन पहले भारत ने बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल करते हुए जी20 देशों के बीच इस विवादित मुद्दे पर आम सहमति बना ली थी।
सूत्रों ने ‘नयी दिल्ली जी20 लीडर्स डिक्लेरेशन’ (घोषणापत्र) पर सदस्य देशों के बीच पूरी तरह से सर्वसम्मति बनने का हवाला देते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘‘गांरटी और जादू’’ का संयोजन है।
भारत, यूक्रेन संघर्ष के विवादित मुद्दे पर जी20 देशों के बीच अभूतपूर्व आम सहमति बनाने में कामयाब रहा है और उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं जैसे कि ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया ने इसमें अग्रणी भूमिका निभाई है।
सूत्रों ने कहा कि जी20 घोषणापत्र में आम सहमति की प्रकृति को देखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह (घोषणापत्र) वास्तव में विभिन्न मुद्दों पर ‘‘47 उप-आम सहमति’’ को दर्शाता है।
भाषा गोला पारुल
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