नई दिल्ली: हरियाणा के नूंह में सोमवार को एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद बृजमंडल शोभा यात्रा निकालने जा रही है. हालांकि प्रशासन ने इस यात्रा को निकालने की अनुमति नहीं दी है. लेकिन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नेता आलोक कुमार का कहना की नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की जाएगी. जिसके बाद नूंह के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
नूंह में वीएचपी द्वारा निकाली जा रही यात्रा पर, दक्षिण रेंज, रेवाड़ी के आईजी, राजेंद्र ने मीडिया से कहा है कि, “स्थानीय और राज्य प्रशासन ने यात्रा के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है.कानून और व्यवस्था के लिए, क्षेत्र में बल की तैनाती की गई है. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है.मैं लोगों से अपील करूंगा कि वे आपसी समझ से शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखें.”
वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, ममता सिंह बोलीं हमने किसी भी प्रकार की यात्रा या समूह आंदोलन करने की अनुमति नहीं दी है. नूंह और आस-पास के इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.जांच चल रही है, 250 से अधिक आरोपियों की पहचान की गई है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है. चार एसआईटी तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच कर रही है. जो भी सोशल मीडिया के जरिए भड़काने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनके अकाउंट (सोशल मीडिया) ब्लॉक कर दिए जाएंगे.
प्रशासन द्वारा यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दिए जाने के बावजूद यात्रा का आह्वान किया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि कड़ी निगरानी रखने के लिए अर्धसैनिक बलों सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और अंतरराज्यीय तथा अंतर जिला सीमाओं पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
विहिप नेता आलोक कुमार ने कहा, “कानून-व्यवस्था से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं उठेगा और सरकार को राज्य में शांति बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.”
आलोक कुमार ने कहा, ”हम जानते हैं कि जी20 शुरू होने वाला है, इसलिए हम यात्रा छोटी करेंगे. लेकिन हम इसे छोड़ेंगे नहीं और इसे पूरा करेंगे. मैं भी इसमें हिस्सा लूंगा. लॉ एंड ऑर्डर क्यों करेंगे” मुद्दे उठते हैं? सरकार वहां क्यों है? सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए है ताकि लोग अपने धार्मिक कार्यक्रमों को शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से आयोजित कर सकें. हम इसे शांतिपूर्वक आयोजित करेंगे और उन्हें (प्रशासन और सरकार) कानून और व्यवस्था बनाए रखना चाहिए.”
बता दें कि नूंह यात्रा के मद्देनजर अयोध्या से आए संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज को प्रशासन ने सोहना टोल प्लाजा पर रोक दिया है.
द्रष्टा जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने कहा, “मैं अयोध्या से यहां आया हूं. प्रशासन ने हमें यहां रोक दिया है, वे हमें आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं और न ही वे हमें वापस जाने दे रहे हैं. इसलिए मैं आमरण अनशन कर रहा हूं. अगर वे (प्रशासन) यहां से हटेंगे मैं कहीं और हूं, मैं वहां भी मृत्यु तक अनशन करूंगा.”
#WATCH | Nuh, Haryana: Seer Jagadguru Paramhans Acharya Maharaj from Ayodhya stopped at the Sohna toll plaza by the administration.
"I have come here from Ayodhya…The administration has stopped us here, they are not allowing us to move ahead nor they are allowing us to go… pic.twitter.com/m1Dv76xkna
— ANI (@ANI) August 28, 2023
इंटरनेट सेवा बंद, धारा 144 लागू
नूंह जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए सोमवार को शैक्षणिक संस्थानों और बैंकों को बंद रखने का आदेश दिया है.
प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट और बल्क (एक साथ काफी संख्या में संदेश भेजने) एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया है.
इसने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लगा दी है, जिसके तहत सोमवार तक एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की यात्रा पर 31 जुलाई को भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद नूंह और उसके आसपास के इलाकों में हुई सांप्रदायिक झड़पों में दो होम गार्ड और एक इमाम सहित छह लोग मारे गए थे.
सर्व जातीय हिंदू महापंचायत ने 28 अगस्त को नूंह में बृज मंडल शोभा यात्रा को फिर से निकालने का 13 अगस्त को आह्वान किया था.
विहिप ने कहा है कि शोभा यात्रा निकाली जायेगी और ऐसे धार्मिक आयोजनों के लिए अनुमति लेने की कोई आवश्यकता नहीं है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुछ हफ्ते पहले हुई नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए रविवार को पंचकूला में कहा कि ‘यात्रा’ की अनुमति नहीं दी गई है.
उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा में भाग लेने के बजाय लोग जलाभिषेक के लिए अपने-अपने इलाकों के मंदिरों में जा सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.
सावन के महीने का आखिरी सोमवार 28 अगस्त को है.
कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर अनुमति दी जाती है तो उन्हें धार्मिक यात्रा आयोजित करने में कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान कोई भड़काऊ नारेबाजी नहीं की जानी चाहिए.
नूंह निवासी अमित गुर्जर ने कहा कि उन्हें ‘शोभा यात्रा’ आयोजित करने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यात्रा के दौरान कोई ऐसे नारे न लगाए जाएं जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हों.
एक अन्य स्थानीय निवासी नसीम अहमद ने कहा कि यदि अधिकारियों ने अनुमति दी तो वे ‘यात्रा’ का स्वागत करेंगे.
ऐसा बताया जा रहा है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार को चंडीगढ़ में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर के साथ बैठक की.
हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड ने नूंह में आयोजित होने वाली प्राथमिक शिक्षा में डिप्लोमा परीक्षा को स्थगित करने की रविवार को घोषणा की. सोमवार को होने वाली यह परीक्षा अब चार सितंबर को होगी.
इसमें कहा गया है कि परीक्षा स्थगित करने का निर्णय सोमवार को नूंह में निषेधाज्ञा लागू होने और स्कूलों के बंद होने के मद्देनजर लिया गया है.
सरकार ने पहले ही 26 से 28 अगस्त तक मोबाइल इंटरनेट बंद करने की भी घोषणा की हुई है.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) ममता सिंह ने रविवार को कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उचित प्रबंध किए गए हैं.
नूंह में एक पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनी के अलावा हरियाणा पुलिस के 1,900 कर्मी तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को नूंह में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी और जिले के सभी प्रवेश मार्गों को सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि मल्हार मंदिर की ओर जाने वाली सड़क भी बंद कर दी गई है.
प्रवक्ता ने बताया कि केएमपी एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर यातायात की आवाजाही जारी रहेगी.
अधिकारियों ने बताया कि नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजराणिया ने शनिवार को शांति समितियों के साथ बैठक की.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुलिस पूरी तरह सतर्क है.
अधिकारियों ने बताया कि उपायुक्त खड़गटा और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजराणिया ने शनिवार को शांति समितियों के साथ बैठक की.
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने शनिवार को कहा था कि प्रशासन ने तीन से सात सितंबर के दौरान नूंह में होने वाली जी20 शेरपा समूह की बैठक के मद्देनजर और 31 जुलाई की हिंसा के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.
कपूर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए समन्वित प्रयास का आह्वान किया. इस बैठक में पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हुए.
एक अन्य घटनाक्रम में, पुलिस ने बताया कि फिरोजपुर झिरका के विधायक मम्मन खान को नूंह हिंसा के सिलसिले में 30 अगस्त को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा गया है. कुछ हिंदू संगठनों ने कांग्रेस विधायक खान पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया था.
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