रायपुर : छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय के दल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और मुख्यमंत्री के ओएसडी तथा कारोबारी के यहां छापे की कार्रवाई की है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
मुख्यमंत्री बघेल ने इसे अपने जन्मदिन का तोहफा करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने आज तड़के विनोद वर्मा के रायपुर स्थित निवास स्थान पर तथा मुख्यमंत्री के ओएसडी के भिलाई स्थित निवास स्थान पर छापे की कार्रवाई की. साथ ही ईडी ने मुख्यमंत्री के करीबी कारोबारी के यहां भी दबिश दी है.
उन्होंने बताया कि अभी तक यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि ईडी ने किस मामले के तहत छापे की कार्रवाई की है. ईडी छत्तीसगढ़ में कथित कोयला घोटाले, शराब घोटाले, डीएमएफ में अनियमितताओं और एक ऑनलाइन सट्टेबाजी से संबंधित विभिन्न मामलों की जांच कर रहा है.
राज्य में अपने राजनीतिक सलाहकार और अन्य लोगों के यहां ईडी के छापे को मुख्यमंत्री बघेल ने इसे अपने जन्मदिन पर अमूल्य तोहफा बताया है.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ”आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं श्री अमित शाह जी! मेरे जन्मदिन के दिन आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार एवं मेरे ओएसडी सहित करीबियों के यहां ईडी भेजकर जो अमूल्य तोहफा दिया है, इसके लिए बहुत बहुत आभार.”
23 अगस्त को मुख्यमंत्री बघेल का जन्मदिन है. इस अवसर पर उनके गृह जिले दुर्ग और अन्य स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है.
छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. पिछले कुछ वर्षों में ईडी ने राज्य में कथित कोयला लेवी घोटाले और शराब घोटाले की जांच के सिलसिले में विभिन्न लोगों, वरिष्ठ अधिकारियों और कारोबारियों के यहां छापे की कार्रवाई की है.
ईडी ने इन मामलों में भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारियों, कारोबारियों को गिरफ्तार भी किया है.
ED ने झारखंड के वित्तमंत्री के बेटे और अन्य से जुड़े ठिकानों पर छापे मारे
झारखंड में कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव और कुछ अन्य लोगों से जुड़े परिसरों पर बुधवार को छापे मारे. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
सूत्रों के मुताबिक, ईडी के अधिकारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सुरक्षा घेरे के साथ झारखंड की राजधानी रांची के अलावा दुमका, देवघर और गोड्डा जिलों में लगभग 34 परिसरों की तलाशी ले रहे हैं.
सूत्रों ने बताया कि चूंकि पिता और पुत्र एक ही स्थान पर रहते हैं, इसलिए वित्त मंत्री के परिसर पर भी छापेमारी की कार्रवाई जारी है. उन्होंने बताया कि कुछ शराब कारोबारियों के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों पर भी छापेमारी की जा रही है.
रामेश्वर ओरांव (76) झारखंड के लोहरदगा (अनुसूचित जनजाति) विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर जीत दर्ज की थी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में वह वित्त, योजना और वाणिज्यिक कर विभाग संभालते हैं.
रामेश्वर ओरांव 1972 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं. वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं.
सूत्रों के अनुसार, ताजा जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की जा रही है.
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