जयपुर (राजस्थान) : कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ‘पूर्वाग्रह के साथ’ काम कर रही है.
पायलट ने कहा, “यहां तक कि उन्होंने (पीएम) आज भी ईआरसीपी (ईस्टर्न राजस्थान कनाल प्रोजेक्ट) पर कोई घोषणा नहीं की. वह लोगों के मुद्दे नहीं उठा रहे हैं…विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाया है लेकिन वह मणिपुर मुद्दे पर उन्होंने ‘मौन व्रत’ ले रखा है. हम सभी चाहते हैं कि इस पर चर्चा हो…केंद्र सरकार पूर्वाग्रह के साथ काम कर रही है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनतीकि भाषणबाजी ज्याद होगी बजाय विकास कार्यों की बात करने के.”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को राजस्थान के सीकर में कई विकास कार्यों को नींव रखी और उद्घाटन किए. अनावरण की गईं योजनाओं में कई क्षेत्र शामिल हैं, जिनका मकसद किसानों को सशक्त बनाना, कृषि को बढ़ावा देना, मेडिकल ढांचा को उन्नत बनाने और राजस्थान की समृद्ध विरासत को संरक्षित करना है.
इसके अलावा, ‘लाल डायरी’ के खुलासे की बीजेपी की मांग पर पायलट ने कहा, “बीजेपी के पास बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है. वे केंद्र में फेल हो गए हैं. वे राजस्थान में विपक्ष के तौर पर असफल हैं. वे झगड़ों में पड़े हैं. मुझे विश्वास है कि कांग्रेस राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में सरकार बनाएगी.”
महत्वपूर्ण बात है कि शुक्रवार को राजस्थान सरकार ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर अपनी ही सरकार की आलोचना करने पर राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गूढ़ा को बर्खास्त कर दिया.
सोमवार को, उन्हें विधानसभा में एक लाल डायरी ले जाते हुए देखा गया, उनके मुताबिक, इसमें ऐसी बातें हैं जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ‘भंडाफोड़’ कर सकती हैं.
दूसरी तरफ, बीजेपी का कहना है कि राजस्थान के लोग जानना चाहते हैं कि इस डायरी में क्या रहस्य है.
राजस्थान विधानसभा में विपक्षी के डिप्टी नेता सतीश पूनिया ने कहा, “इस सरकार ने अनगिनत झूठ बोले हैं. राजस्थान के लोग जानना चाहते हैं कि यह ‘लाल डायरी’ क्या है और इसमें क्या रहस्य है व क्यों सीएम और उनके सलाहकार इसको लेकर चिंतित हैं?’
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