नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि यह (मणिपुर वायरल वीडियो) मुद्दा न केवल संवेदनशील है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के संबंध में इसके निहितार्थ हैं और विपक्षी नेताओं को इसकी जानकारी है.
राजस्थान और बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए ईरानी ने कहा कि हालांकि, विपक्ष संसद के पटल पर इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहता था. बेहद चिंताजनक बात यह है कि कल, राजस्थान राज्य के एक मंत्री ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर बात की, और कांग्रेस ने उन्हें अनौपचारिक तरीके से बर्खास्त कर दिया.
उन्होंने आगे कहा, “एक वीडियो है जो पश्चिम बंगाल के मालदा से आ रहा है, वह भी बहुत चौकाने वाला है, जहां दो दलित महिलाओं को पीटा जा रहा है.”
#WATCH यह (मणिपुर वायरल वीडियो) मुद्दा न केवल संवेदनशील है, बल्कि इसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी प्रभाव पड़ता है और विपक्षी नेताओं को इसकी जानकारी है। हालांकि विपक्ष इस मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं करना चाहता। बेहद चिंताजनक बात यह है कि कल राजस्थान राज्य के एक मंत्री ने राज्य में… pic.twitter.com/aAyohcROvP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2023
केंद्रीय मंत्री विपक्षी एकता पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस राजस्थान राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के बारे में सच्चाई नहीं सुनना चाहती थी…कांग्रेस पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों के दौरान लोगों की हत्याओं पर मूकदर्शक बनी हुई है, क्योंकि वह टीएमसी के साथ सहयोग की भूखी है.
बता दें कि मणिपुर में चार मई को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाई गई दो महिलाओं का वीडियो बुधवार को सामने आया जिसके बाद इसकी देशभर में निंदा की गई.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बयान के कुछ देर बाद राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि “अगर पीएम मोदी मणिपुर नहीं जा सकते तो उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी और मणिपुर के हालात की समीक्षा करनी चाहिए थी.”
उन्होंने कहा, मैंने पहली बार देखा है कि कोई प्रधानमंत्री चुनाव के लिए कर्नाटक, राजस्थान और अन्य जगहों का दौरा कर रहा है लेकिन मणिपुर का नहीं. मणिपुर में उनकी सरकार है, सोचिए अगर कांग्रेस वहां सत्ता में होती तो वह क्या-क्या कहते.
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