नई दिल्ली: वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और विपक्ष पर ब्लॉग लिखकर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठा रहे विपक्ष पर हमलावर होते हुए जेटली ने कहा है कि राहुल गांधी ने अपनी मास्टर की डिग्री की पढ़ाई पूरी नहीं की है फिर उन्होंने एमफिल की डिग्री कैसे पूरी कर ली.
जेटली ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि मोदी फैक्टर का असर पूरे देश में दिखाई दे रहा है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा है कि जिन राज्यों में पार्टी बेहद मजबूत स्थिति में वहां और जहां विपक्षी पार्टियों का गठबंधन है वहां 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदान होना चाहिए. उन्होंने लिखा है कि कई राज्यों में विपक्ष का गठबंधन होने के बाद भी वे आपस मे बंटे हुए हैं. कई जगह बहुकोणीय मुकाबला होने से सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को होता दिखाई दे रहा है.
लेफ्ट और तृणमुल कांग्रेस के बीच पहले जो जुबानी जंग होती थी वही जंग आज कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच नजर आ रही है. विपक्ष में नेतृत्व के मसले पर मुझे धुंधली तस्वीर नजर आ रही है. बसपा प्रमुख मायावती और तृणमुल कांग्रेस ममता बनर्जी को जब मौका मिलता है वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कोसना शुरू कर देती हैं कोई भी मौका कोसना का नहीं छोड़ती हैं.
The BJP & its allies are speaking directly to the people. Crores of campaigners are carrying the message of the party & the govt. to the people. The Plight of the opposition campaign is that it could not built up a single major issue against the govt. in the past five years.
— Chowkidar Arun Jaitley (@arunjaitley) April 13, 2019
उन्होंने आगे लिखा है कि इस बेहद पसंदीदा सरकार और मशहूर प्रधानमंत्री को हटाने के लिए विपक्ष को कुछ असली मुद्दों की जरूरत है. न की काल्पनिक मुद्दों की. बीते दो साल में विपक्ष ऐसे मुद्दों के पीछे दौड़ता रहा जो काल्पनिक है. राफेल पर झूठे विवाद को लोगों ने मानने से इंकार कर दिया है. उद्योगपतियों का लोन माफ करना एक बहुत बड़ा झूठ है. ईवीएम के साथ छेड़छाड़ उससे भी बड़ा झूठ है.
जेटली ने लिखा है कि एक नई चाल विपक्ष की तरफ से यह चलाई जा रही है कि समाज के हर वर्ग से जुड़े लोगों से पत्र लिखवाकर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं. यही तरीका विपक्ष ने 2014 में भी अपनाया था.
One day the focus would be on the BJP candidate’s educational qualification, fully forgetting that a public audit of Rahul Gandhi’s academic credentials may leave a lot to be answered. Afterall, he got an M.Phil without a Masters degree.
— Chowkidar Arun Jaitley (@arunjaitley) April 13, 2019
आज भाजपा हर तरफ से लोगों से सीधा संवाद स्थापित कर रही है. पिछले पांच वर्षों में विपक्ष सरकार के खिलाफ कोई बड़ा मुद्दा नहीं पा सका. ऐसे में वह नई नीति के तहत रोज एक प्रेस कांफ्रेस करने और ट्वीट करने के लिए एक नया मुद्दा खोज लेते हैं.
जेटली ने अपने ब्लॉग में पुलवामा हमले से लेकर बालाकोट तक सवाल उठाए हैं उन्होंने लिखा कि विपक्ष ने पुलवामा से लेकर बालाकोट तक पर सवाल उठाया है. एसैट मिसाइल को नेहरू की देन बताया गया. जबकि होमी जहांगीर भाभा से उनका पत्राचार एक ओर ही कहानी बयां करता है. उन्होंने आगे लिखा है कि विपक्ष किसी दिन भाजपा की उम्मीदवार की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाते है. ये बावजूद इसके ऐसा करते है कि इन्हें पता है कि अगर राहुल गांधी शैक्षणिक योग्यता सार्वजनिक जांच की गई तो यह बोलने की स्थिति में नहीं रहेंगे.क्योंकि उनके पास एक ऐसी एम.फिल डिग्री है जिसके पहले उन्होंने एम.ए किया ही नहीं.