नई दिल्ली: रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा राफेल मामले पर सरकार पर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया. सीतारमण ने राहुल गांधी पर मामले को ग़लत तरीके से उठाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बिना कुछ पढ़े राहुल ताज़ा मामले में मोदी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं. निर्मला ने कहा कि राहुल गांधी की यह बात गलत है कि कोर्ट ने मान लिया है कि राफेल सौदे में किसी को 30,000 करोड़ का फायदा पहुंचाया गया है.
वहीं, उन्होंने ये भी कहा कि एक अख़बार ने आधी रिपोर्ट छापी, दूसरे मीडिया ने बाकी का हिस्सा छापा. सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुनर्विचार याचिक स्वीकार किए जाने पर सीतारमण ने कहा कि कोर्ट का सिर्फ इतना कहना है कि मीडिया में रक्षा मंत्रालय से ग़ैरकानूनी तरीके से हासिल किए गए दस्तावेजों के हवाले जो ख़बरें छापी गई थीं, उन दस्तावेजों को सबूत के तौर पर लिया जाएगा या नहीं.
We all know Congress president probably doesn't even read even half a paragraph, but here, by saying that the court has accepted and by also saying that the court has said 'Chowkidaar chor hai,' these verge on contempt of court: Smt @nsitharaman https://t.co/1xtRycxc84 pic.twitter.com/rlmHtr2ARD
— BJP (@BJP4India) April 10, 2019
निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘वह इंसान जो खुद बेल पर हो और हर जगह राजनीतिक सुचिता का मजाक उड़ाता हो, वो ऐसी चीजों को लेकर आरोप लगा रहा है जिसे कोर्ट ने कभी कहा ही नहीं.’ रक्षामंत्री ने कहा, ‘हम सबको पता है कि कांग्रेस अध्यक्ष आधा पैराग्राफ भी नहीं पढ़ते होंगे, लेकिन यहां केवल यह कह देने से कि कोर्ट ने यह मान लिया है और यह भी कहना कि कोर्ट ने कहा कि चौकीदार चोर है, कोर्ट की अवमानना है.’
राहुल गांधी ने राफेल पर प्रधानमंत्री मोदी को घेरा
बता दें, राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए राफेल मामले में रिव्यू पिटिशन पर नए दस्तावेज के आधार पर सुनवाई का आदेश दिया है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी में अपना नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है कि चोरी चौकीदार ने ही करवाई है. राफेल में दो लोगों ने भ्रष्टाचार किया है, एक नरेंद्र मोदी और दूसरे अनिल अंबानी.’ राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को 15 मिनट के लिए खुली बहस करने की चुनौती भी दी.