नई दिल्ली: कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के एक सप्ताह बाद शनिवार को 24 विधायकों को मंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी.
कर्नाटक सरकार में 34 मंत्री हो सकते हैं. मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार सहित 10 मंत्रियों को 20 मई को शपथ दिलाई गई थी.
मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट पर होगा.
समारोह का गवाह बनने के लिए भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए राजभवन और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, वरिष्ठ विधायक एच के पाटिल, कृष्ण बायरेगौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, डॉ. एच सी महादेवप्पा, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंडरे और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव उन विधायकों में शामिल हैं, जो शनिवार को मंत्री पद की शपथ लेंगे.
उन्होंने बताया कि के एन राजन्ना, शरणबसप्पा दर्शनपुर, शिवानंद पाटिल, रामप्पा बलप्पा तिम्मापुर, एस एस मल्लिकार्जुन, शिवराज संगप्पा तंगदागी, डॉ. शरण प्रकाश रुद्रप्पा पाटिल, मंकल वैद्य, लक्ष्मी हेब्बलकर, रहीम खान, डी सुधाकर, संतोष लाड, एन एस बोसेराजू, सुरेश बी एस, पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा के बेटे मधु बंगारप्पा, डॉ. एम सी सुधाकर और बी नागेंद्र को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी.
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, लक्ष्मी हेब्बलकर, मधु बंगारप्पा, डी सुधाकर, चेलुवरायस्वामी, मंकुल वैद्य और एम सी सुधाकर को शिवकुमार का करीबी माना जाता है.
कांग्रेस द्वारा जारी मंत्रियों की सूची में छह लिंगायत और चार वोक्कलिगा विधायकों के नाम हैं. वहीं, तीन विधायक अनुसूचित जाति, दो अनुसूचित जनजाति और पांच अन्य पिछड़ा वर्ग (कुरुबा, राजू, मराठा, एडिगा और मोगावीरा) से ताल्लुक रखते हैं.
दिनेश गुंडु राव के रूप में ब्राह्मणों को भी कर्नाटक मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व हासिल हुआ है.
पुराना मैसूर और कल्याण कर्नाटक क्षेत्र से सात-सात विधायक, कित्तूर कर्नाटक क्षेत्र से छह और मध्य कर्नाटक से दो विधायक मंत्री के रूप में शपथ लेंगे.
शुक्रवार रात जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने वरिष्ठ और कनिष्ठ विधायकों को उचित सम्मान देने के साथ-साथ जाति और क्षेत्रीय समीकरणों का ध्यान रखकर मंत्रिमंडल में संतुलन कायम किया है.
बयान में यह भी कहा गया है कि कैबिनेट में आठ लिंगायत होंगे. इनमें समुदाय के विभिन्न उप-संप्रदायों को प्रतिनिधित्व दिया गया है.
बयान में कहा गया है कि कैबिनेट में शिवकुमार सहित पांच वोक्कालिगा होंगे.
कैबिनेट में अनुसूचित जाति के नौ मंत्री होंगे.
हालांकि, कर्नाटक में मंत्रियों को अब तक विभागों का आवंटन नहीं किया गया है. मंत्री के एच मुनियप्पा ने कहा कि मंत्रियों के विभागों की घोषणा शनिवार शाम तक की जा सकती है.
सिद्दरमैया और शिवकुमार पिछले तीन दिनों से राष्ट्रीय राजधानी में थे और उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार पर पार्टी नेतृत्व से कई दौर की चर्चा की.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के सी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला सहित शीर्ष केंद्रीय नेताओं के साथ सिद्दरमैया और शिवकुमार की घंटों लंबी बातचीत के बाद 24 मंत्रियों के नाम तय किए गए.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने मंत्रियों की सूची पर अंतिम मुहर लगाई.
इससे पहले कर्नाटक के दोनों नेताओं सिद्धरमैया और शिवकुमार ने राज्य में सरकार बनने के बाद पहली बार सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.
सूत्रों ने बताया कि संभावित मंत्रियों के नामों को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मतभेद उभरे थे, लेकिन चर्चा के दौरान इन्हें सुलझा लिया गया.
इस बीच, कांग्रेस के कई नेता नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली से बेंगलुरु रवाना हो गए हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके झारखंड के समकक्ष हेमंत सोरेन भी शनिवार के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
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