दिल्लीः दिल्ली की एक लॉ फर्म ने पतंजलि आयुर्वेद पर अपने डेंटल केयर प्रोडक्ट्स ‘दिव्य दंत मंजन’ में ‘मांसाहारी’ घटक का ‘धोखे से’ इस्तेमाल करने और प्रोडक्ट लेबल पर इसे ‘ग्रीन’ बताने का आरोप लगाते हुए कानूनी नोटिस जारी किया है.
दिल्ली स्थित बीएलजे लॉ फर्म द्वारा जारी नोटिस और वकील साशा जैन द्वारा हस्ताक्षर किए गए एक नोटिस में कहा गया कि “… दिव्य दन्त मंजन में एक मांसाहारी घटक समुद्र फेन का उपयोग करके इसकी एक शाकाहारी प्रोडक्ट के रूप में मार्केटिंग करना और बेचना उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन है और उत्पादों की उक्त श्रेणी (एसआईसी) के लेबलिंग नियमों का उल्लंघन है.”
समुद्र फेन कटलफिश की हड्डियों से प्राप्त एक पशु उत्पाद है, जिसे सेपिया ऑफिसिनैलिस के वैज्ञानिक नाम से जाना जाता है. इसमें कैल्शियम कार्बोनेट, फास्फेट, सल्फेट और सिलिका होता है, जिसका उपयोग दंत चिकित्सा उत्पादों में स्क्रैपिंग एजेंट के रूप में किया जाता है.
नोटिस में कहा गया है, “…मेरे परिवार के कुछ सदस्य, रिश्तेदार, सहकर्मी और दोस्त आपके दिव्यदंत मंजन का उपयोग करते हैं, और जब उन्हें पता चला कि उत्पाद में समुद्र फेन का धोखे से उपयोग किया गया है तो उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.”
नोटिस में, जिसमें कंपनी से 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है, जैन कहते हैं कि उपयुक्त अधिकारियों और कानून की अदालत के समक्ष फर्म के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की जाएगी.
नोटिस में कहा गया है, ‘लोग (योग गुरु) बाबा रामदेव जी में अपनी आस्था के चलते आंख मूंदकर पतंजलि के उत्पाद खरीदते हैं.’ “आपकी कंपनी से नैतिकता और पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की अपेक्षा की जाती है और समुद्र फेन युक्त उत्पाद के लिए हरे निशान का उपयोग, जो कि एक मछली है, इन मानकों के खिलाफ जाता है.”
दिप्रिंट ने कॉल के जरिए जैन से संपर्क किया लेकिन उन्होंने इस विषय पर अधिक बोलने से इनकार कर दिया.
हमने व्हाट्सएप और कॉल के जरिए पतंजलि से भी संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. प्रतिक्रिया मिलने पर इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा.
अपनी वेबसाइट पर, पतंजलि का कहना है कि विभिन्न दंत समस्याओं के लिए लाखों लोगों के इलाज के बाद, यह पता चला है कि दिव्य दंत मंजन मसूड़ों और दांतों के लिए सबसे शक्तिशाली औषधीय उत्पाद है.
उत्पाद विवरण कहता है, “इस टूथ पाउडर के इस्तेमाल से मसूड़े मजबूत होते हैं. परिणामस्वरूप पायरिया (मसूड़ों से रक्त और मवाद का बहना) जैसी दंत समस्याएं हल हो जाएंगी और मसूड़ों के बीच बचे हुए छोटे खाद्य कण बाहर निकल जाएंगे.” मुंह से दुर्गंध आना बंद हो जाएगी. लार ग्रंथियां ठीक से काम करती हैं और दांत स्वस्थ रहेंगे और अच्छी तरह से चमकेंगे.”
समुद्र फेन को उत्पाद में प्रयुक्त 16 सामग्रियों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.
(संपादनः शिव पाण्डेय)
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