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Friday, 22 November, 2024
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केरल HC ने सरकार और पुलिस को लगाई फटकार, कहा- अगर डॉक्टर की रक्षा नहीं कर सकते तो बंद कर दें अस्पताल

डॉ वंदना दास की हत्या के विरोध कोट्टारक्करा में चिकित्सा पेशेवर सड़कों पर उतर आए और हाउस सर्जन एसोसिएशन के तत्वावधान में मेडिकल छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया .

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नई दिल्ली: केरल के कोट्टारक्कारा के एक तालुक अस्पताल में इलाज के लिए लाए गए एक व्यक्ति ने बुधवार को 22 वर्षीय एक महिला डॉक्टर वंदना दास की कथित तौर पर सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले ब्लेड से हत्या कर दी.

केरल हाई कोर्ट ने डॉक्टर की हत्या के बाद संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार और पुलिस को फटकार लगाई. न्यायमूर्ति देवन रामचंद्रन और न्यायमूर्ति कौसर एडप्पागथ की खंडपीठ ने राज्य से कहा, यदि आप डॉक्टरों की रक्षा नहीं कर सकते हैं, तो अस्पतालों को बंद कर दें.

कोट्टारक्कारा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब डॉक्टर दास उस व्यक्ति के पैर के घाव की ड्रेसिंग कर रही थी, तभी वह व्यक्ति अचानक उत्तेजित हो गया और कैंची तथा सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले ब्लेड से वहां खड़े सभी लोगों पर हमला कर दिया.

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने किम्स (KIMS) अस्पताल पहुंचे वहां डॉक्टर वंदना दास का पार्थिव शरीर रखा गया है.

वहीं डॉ वंदना दास की हत्या के विरोध कोट्टारक्करा में चिकित्सा पेशेवर सड़कों पर उतर आए और हाउस सर्जन एसोसिएशन के तत्वावधान में मेडिकल छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया .

आरोपी व्यक्ति को परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट करने के बाद पुलिस अस्पताल ले कर आई थी.

अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर हमले में बुरी तरह घायल हो गई. आरोपी को अस्पताल लेकर आए पुलिस कर्मी भी हमले में घायल हो गए.

उन्होंने बताया कि डॉक्टर को तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.

क्या था मामला

घटना की जानकारी देते हुए कोट्टारक्कारा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट के बाद खुद को बचाने के लिए आपातकालीन नंबर पर फोन किया था.

उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस, आरोपी को घायल अवस्था में तालुक अस्पताल लेकर पहुंची.

अधिकारी ने बताया, ‘जब हम उसे अस्पताल ले गए तो उस समय उसने शराब पी रखी थी और वह हिंसक था. वह महिला डॉक्टर के साथ अकेला था. हमें कमरे में जाने की अनुमति नहीं थी क्योंकि डॉक्टर द्वारा किसी भी मरीज की मरहम-पट्टी किए जाने के समय बाकी लोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है.’

उन्होंने बताया, ‘‘अचानक से हल्ला शुरू हुआ, और डाक्टर मदद के लिए चिल्लाते हुए बाहर निकली, उनके पीछे पीछे आरोपी हाथ में कैंची और सर्जरी वाला ब्लेड लिए बाहर निकला. वह चिल्ला रहा था, ‘‘ मैं तुम्हें मार दूंगा.’’ उन्होंने बताया कि अभी तक यह पता नहीं चला है कि वह इतना हिंसक क्यों हुआ और उसने डाक्टर पर हमला क्यों किया.

आरोपी ने डाक्टर के अलावा वहां खड़े चार अन्य लोगों को भी हमला कर घायल कर दिया.

अधिकारी ने बताया, ‘बाद में उस पर बहुत मुश्किल से काबू पाया गया और उसे हिरासत में ले लिया गया.’

अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या के प्रयास) मामला दर्ज किया गया है वहीं महिला डॉक्टर की मौत के बाद उस पर हत्या का मामला भी दर्ज किए जाने की संभावना है.

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के एक अधिकारी ने एक टीवी चैनल से कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना थी और केरल के डॉक्टर इसका विरोध करेंगे.

आईएमए अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर अजीजिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हाउस सर्जन थीं और अपने प्रशिक्षण के तहत तालुक अस्पताल में थीं.


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