नई दिल्ली: पंजाब के लुधियाना में गैस रिसाव के बाद कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 11 को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पूरे क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है. लुधियाना की गियासपुरा की एक फैक्ट्री में गैस रिसाव की घटना के बाद एनडीआरएफ की टीम बचाव अभियान में लगी हुई है.
जानकारी के अनुसार गैस का रिसाव सुबह करीब सवा सात बजे हुआ.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है और वहां राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एक दमकल वाहन और एक एम्बुलेंस को तैनात किया गया है.
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 50 सदस्यीय एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है.
अधिकारी ने कहा, “कुल 11 लोगों की मौत हुई है. इनमें पांच महिलाएं और छह पुरुष हैं, जिनमें 10 साल और 13 साल के दो बच्चे शामिल हैं.” इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गैस रिसाव पर गहरा दुख और पीड़ा व्यक्त की.
पंजाब के सीएम मान ने ट्वीट किया, “लुधियाना के गियासपुरा इलाके में फैक्ट्री में गैस रिसाव की घटना बहुत दुखद है. पुलिस, सरकार और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं. प्रभावितों को हर संभव मदद दी जा रही है. बाकी जानकारी जल्द.”
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर बलबीर सिंह ने कहा, “अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 4 भर्ती हैं. मैं मृतकों के परिजनों से मिलूंगा और 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और अस्पताल में भर्ती लोगों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान करूंगा. उचित जांच कराई जाएगी.”
हालांकि, लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू बताया कि मरने वालों में एक परिवार के 5 सदस्य शामिल थे. अस्पताल में भर्ती लोगों की हालत गंभीर है. उन्होंने आगे बताया कि एनडीआरएफ द्वारा गैस की सैंपलिंग की जाएगी, वे पुष्टि करेंगे कि यह किस तरह की गैस थी. मृतक के ब्लड सैंपलिंग भी की जा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि गैस से उनके फेफड़ों पर नहीं बल्कि दिमाग पर असर हुआ है.
एनडीआरएफ की टीमें फैक्ट्री के लिए रवाना कर दी गई हैं और डॉक्टरों की एक टीम और फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई है.
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि अभी यह पता नहीं चला है कि इन लोगों की मौत किस वजह से हुई. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, “पहले हम इसकी जांच करेंगे, फिर आपको जानकारी देंगे.”
जिला प्रशासन के एक अधिकारी के अनुसार, घटनास्थल पर पहुंची एनडीआरएफ टीम यह पता लगाएगी कि किस गैस का रिसाव हुआ और इसका स्रोत एवं कारण क्या था.
उन्होंने कहा कि चूंकि, यह बेहद घनी आबादी वाला इलाका है, इसलिए तत्काल प्राथमिकता लोगों को वहां से सुरक्षित निकालना थी.
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