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Friday, 3 May, 2024
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नारी शक्ति, पर्यावरण, पर्यटन और संस्कृति, पढ़ें ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड में क्या बोले पीएम मोदी

इस एपिसोड को लंदन से लेकर यूएन तक में प्रसारित किया गया. देश में चार लाख बूथों में और टीवी चैनलों, निजी रेडियो स्टेशनों और सामुदायिक रेडियो सहित एक हजार से अधिक प्लेटफॉर्म पर ब्रॉडकास्ट किया गया. 

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 100 वें एपिसोड के प्रसारण को लेकर मेगा लेवल पर तैयारियां की गई. इस एपिसोड को लंदन से लेकर यूएन तक में प्रसारित किया गया. देश में चार लाख बूथों में और टीवी चैनलों, निजी रेडियो स्टेशनों और सामुदायिक रेडियो सहित एक हजार से अधिक प्लेटफॉर्म पर ब्रॉडकास्ट किया गया.

कार्यक्रम के 100वें एपिसोड में पीएम मोदी ने नारी शक्ति, वॉकल फॉर लोकल से लेकर पर्यावरण और पर्यटन पर भी बात की. पीएम मोदी ने कहा,  “3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी से शुरू हुआ यह त्योहार हम हर महीने मनाते हैं. मन की बात कार्यक्रम नहीं, यह मेरे लिए आस्था,पूजा और व्रत है. जैसे लोग ईश्वर की पूजा करने जाते हैं तो प्रसाद की थाल लाते हैं। मन की बात ईश्वर रूपी जनता जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल जैसे है.”

पीएम मोदी ने कार्यक्रम के महत्व को बताते हुए कहा,  “मन की बात जिस विषय से जुड़ी वो जन आंदोलन बन गई. आप लोगों ने बना दिया. जब मैंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मन की बात की तो इसकी चर्चा दुनिया में हुई.”

“मन की बात मेरे लिए दूसरों के गुणों की पूजा का मौका है. मेरे मार्गदर्शक थे लक्ष्मण राव, वो कहते थे कि हमें दूसरों के गुणों की पूजा करनी चाहिए. उनकी इस बात ने मुझे प्रेरणा देती है. यह कार्यक्रम दूसरों से सीखने की प्रेरणा बन गया है. इसने मुझे आपसे कभी दूर नहीं होने दिया.”

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“जब मैं गुजरात का सीएम था, तब सामान्य तौर पर लोगों से मिलना-जुलना हो जाता था. 2014 में दिल्ली आने के बाद मैंने पाया कि यहां का जीवन और काम का स्वरूप अलग है. सुरक्षा का तामझाम, समय की सीमा सबकुछ अलग है. शुरुआती दिनों में खाली-खाली सा महसूस करता था.”

“50 साल पहले घर इसलिए नहीं छोड़ा था कि अपने ही देशवासियों से संपर्क नहीं हो पाएगा. देशवासी सबकुछ हैं और उनसे कटकर नहीं रह सकता था. मन की बात ने मुझे मौका दिया. पदभार और प्रोटोकॉल व्यवस्था तक सीमित रहा. जनभाव मेरा अटूट अंग बन गया.”

पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रमों में तमाम अभियान चलाने वाले लोगों से भी बात की जिसमें हरियाणा के संदीप जगलान भी शामिल थे. प्रधानमंत्री ने देशभर में जून 2015 में सेल्फी विद डॉटर कैंपेन शुरू किया था. PM ने कहा- मैंने बेटी बचाओ अभियान हरियाणा से शुरू किया. ये अभियान पूरी दुनिया में फैल गया. जीवन में बेटी का स्थान कितना बड़ा होता है, इस कैंपेन से यह प्रकट हुआ. आज हरियाणा में जेंडर रेशियो में सुधार आया. उन्होंने इस कैंपेन का आइडिया देने वाले हरियाणा के सुनील जगलान से बातचीत की.

पीएम मोदी ने कहा कि जब देश में बने खिलौनों को फिर से जोर देने की बात चली तो इस कार्यक्रम ने अहम भूमिका निभाई. भारतीय नस्ल के श्वान, उनको लेकर जागरुकता बढ़ाने का काम भी तो मन की बात में ही हुई थी. हमने मन की बात में ही तो प्रण लिया था कि हम छोटे दुकानदारों से मोलभाव नहीं करेंगे. जब हर घर तिरंगा अभियान शुरू हुआ था, तब इस कार्यक्रम ने लोगों को प्रेरित करने में अहम भूमिका निभाई थी.

जनता से दूर नहीं होने दिया

पीएम ने कहा कि इसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ हो, अमृतकाल की बात हो. मन की बात जिस भी चीज से जुड़ा वह जनआंदोलन बन गया. जब मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मन की बात पर चर्चा की थी, तब इसकी चर्चा विश्व में हुई थी.

“मेरे मार्गदर्शक लक्ष्मण लाल जी हमेशा कहते थे कि हमें दूसरों के गुणों की हमेशा पूजा करनी चाहिए. कोई हमारा साथी हो, हमारा विरोधी हो, हमें उसके गुणों से सीखना चाहिए. मन की बात दूसरों के गुणों से सीखने का बहुत बड़ा माध्यम बन गई है. इस कार्यक्रम ने कभी भी मुझे आपसे दूर नहीं होने दिया.”


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