वालोंग (अरुणाचल प्रदेश), 13 अप्रैल (भाषा) अरुणाचल प्रदेश सरकार ने चीन की सीमा के पास 50 लघु पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है।
सरकार ने खराब संपर्क और पहाड़ी इलाकों की चुनौतियों का सामना कर रहे दूर-दराज के गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए यह योजना शुरू की है।
‘स्वर्ण जयंती सीमा ग्राम उजाला कार्यक्रम’ के तहत 10-100 किलोवाट क्षमता की इन 50 सूक्ष्म और लघु जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण 200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा, ”इन 50 परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है और पहले चरण के तहत 1,255 किलोवॉट की स्थापित क्षमता और 50 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली 17 परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दूर-दराज के इलाकों में ग्रिड संपर्क सीमित होने के करण भरोसेमंद बिजली आपूर्ति की कमी नागरिकों के साथ ही क्षेत्र में तैनात सीमा सुरक्षा बलों के लिए भी एक बड़ी बाधा है।
यहां सुरक्षा बल बिजली के लिए डीजल जनरेटर पर निर्भर हैं, जो काफी महंगा है।
खांडू ने कहा कि राज्य के सीमावर्ती इलाकों में होने वाली भारी बारिश के साथ ही जल संसाधनों की पर्याप्त मौजूदगी के कारण सूक्ष्म-पनबिजली परियोजनाएं काफी उपयोगी साबित हो सकती हैं।
भाषा पाण्डेय रमण
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