शिवपुरी: मध्य प्रदेश के गुना संसदीय क्षेत्र से पिछले चार बार से लगातार जीत हासिल कर रहे कांग्रेस महासचिव व पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस बात का दर्द है कि तमाम विकास कार्यो के बावजूद वह गुना शहर व शिवपुरी शहर विधानसभा क्षेत्र से हार जाते हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं से जानना चाहा कि अगर उनकी कोई कमी है तो बताएं. सिंधिया ने रविवार को शिवपुरी विधनसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच अपने दर्द का इजहार किया.
उन्होंने कहा, ‘संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अशोकनगर, शिवपुरी और गुना जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी हजारों वोटों के अंतर से जीतती है, मगर गुना शहर व शिवपुरी विधानसभा सीटों से हार जाती है. आखिर क्या बात है कि इन दो विधानसभा क्षेत्रों से हार मिलती है.’
सिंधिया ने कहा, ‘अगर मेरी कोई गलती है, मुझमें कोई कमी है तो बताएं, उसे मैं सुधारूंगा.’
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गुना संसदीय क्षेत्र सिंधिया परिवार की परंपरागत सीटों में है. यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी विजयाराजे सिंधिया पांच बार जीती हैं, जबकि उनके पिता माधवराव सिंधिया ने चार बार जीत दर्ज की है. वहीं इस संसदीय सीट से ज्योतिरादित्य वर्ष 2002 से लगातार चार बार से जीतते आ रहे हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को संभावित मुख्यमंत्री और प्रदेश का युवा चेहरा थे. कांग्रेस की वहां वापसी के बाद उनके मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनाये जाने को लेकर काफी उठापठक हुई. आखिर में उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाये जाने के कयास लगाये जा रहे थे, लेकिन नहीं बनाये गये. सीएम की कमान कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ संभाल रहे हैं.