नई दिल्ली: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मॉस्को पहुंच चुके हैं. शी का मॉस्को में भव्य स्वागत किया गया. चीनी राष्ट्रपति इस दौरे में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे. इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचीत और रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा होगी.
चीनी राष्ट्रपति के रूस पहुंचने के बाद क्रेमलिन ने कहा कि शी जिनपिंग की रूस की इस यात्रा के दौरान यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए चीन द्वारा प्रस्तावित शांति योजना के पहलुओं पर ‘अनिवार्य रूप से’ चर्चा की जाएगी. शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन के बीच मंगलवार को ‘औपचारिक’ मुलाकात होगी.
यात्रा से पहले रूस की तारीफ
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूस की अपनी यात्रा शुरू करने से पहले रशियन गजेट नामक एक अखबार में एक लेख लिखा जिसमें उन्होंने रूस की जमकर तारीफ की. जिनपिंग ने लिखा कि 10 साल पहले जब वह चीन के राष्ट्रपति बने थे तो सबसे पहले रूस की ही यात्रा की थी. उन्होंने लिखा कि दोनों देशों के बीच दोस्ताना संबंध बने और दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने पर जोर दिया ताकि दुनिया में किसी एक देश का एकाधिकार न बने.
चीनी राष्ट्रपति ने आगे लिखा कि दोनों देशों ने मिलकर विभिन्न देशों में सहयोग बढ़ाने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया था जो आगे भी जारी रहेगा.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच शी का दौरा महत्वपूर्ण
एक साल से अधिक समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण चीनी राष्ट्रपति का रूस दौरा काफी महत्वपूर्ण है और इसपर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई है. चीनी राष्ट्रपति ने अपने दौरे से पहले दावा किया था कि उनके शांति प्रस्ताव से रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त हो सकता है.
चीनी राष्ट्रपति का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत (आईसीसी) ने रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. शी जिनपिंग आईसीसी द्वारा गिरफ्तारी वारंट किए जाने के बाद पुतिन से मिलने वाले पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं.
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