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Saturday, 23 November, 2024
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हिंडनबर्ग रिपोर्ट का प्रभाव- अडाणी ग्रुप ने 34,900 करोड़ रुपये के पेट्रोरसायन प्रोजेक्ट का काम रोका

सूत्रों ने बताया कि जिन प्रोजेक्ट्स पर ग्नुप ने कुछ समय के लिए आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है, उसमें 10 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वाली ग्रीन पीवीसी परियोजना शामिल है.

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नई दिल्ली: अडाणी ग्रुप ने गुजरात के मुंद्रा में 34,900 करोड़ रुपये की पेट्रोरसायन परियोजना का काम रोक दिया है. ग्रुप अमेरिकी निवेश कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से हुए नुकसान के बाद अपने परिचालन को मजबूत करने और निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के लिए संसाधनों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.

इस ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने 2021 में एक नया कोयले से पीवीसी बनाने के संयंत्र स्थापित करने के लिए पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी मुंद्रा पेट्रोकेम लिमिटेड का गठन किया था. यह प्लांट गुजरात के कच्छ जिले में अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) की ज़मीन पर लगाया जाना था.

हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप के मूल्यांकन में लगभग 140 अरब अमेरिकी डॉलर की कमी हुई है. ऐसे में समूह फिलहाल कुछ कर्ज़ चुकाने, ऑपरेशन को मजबूत करने और निवेशकों की चिंताओं को दूर करने पर ध्यान दे रहा है. हालांकि, अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों का खंडन किया है.

इस मामले की जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने बताया कि जिन प्रोजेक्ट्स पर ग्नुप ने कुछ समय के लिए आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है, उसमें 10 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वाली ग्रीन पीवीसी परियोजना शामिल है.

अडाणी ग्रुप ने विक्रेताओं और आपूर्तिकर्ताओं को ईमेल भेजकर तत्काल ”सभी गतिविधियों को रोकने” को कहा है.

इसमें अडाणी ग्रुप ने विक्रेताओं और आपूर्तिकर्ताओं से मुंद्रा पेट्रोकेम लिमिटेड की ग्रीन पीवीसी परियोजना के लिए ”अगले नोटिस तक” सभी गतिविधियों और सभी दायित्वों को निलंबित करने के लिए कहा है.

ग्रुप ने कहा, ”विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्षेत्रों में समूह स्तर पर लागू की जा रही विभिन्न परियोजनाओं का पुनर्मूल्यांकन किया जा रहा है. भविष्य के नकदी प्रवाह और वित्त के आधार पर कुछ परियोजनाओं की निरंतरता और समयरेखा में संशोधन के लिए पुनर्मूल्यांकन किया जा रहा है.”

इस संबंध में टिप्पणी के लिए संपर्क करने पर अडाणी ग्रुप के एक प्रवक्ता ने कहा कि एईएल आने वाले महीनों में प्राथमिक उद्योग में विकास परियोजनाओं की स्थिति का मूल्यांकन करेगी.

उन्होंने कहा, ”हमारी स्वतंत्र पोर्टफोलियो कंपनियों में से प्रत्येक के बही-खाते बहुत मजबूत है. हमारे पास अग्रणी परियोजना विकास और निष्पादन क्षमताएं, मजबूत कंपनी प्रशासन, सुरक्षित संपत्तियां, मजबूत नकदी प्रवाह हैं, और हमारी व्यावसायिक योजना पूरी तरह से वित्त पोषित है.”

प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने हितधारकों के लिए बेहतर मूल्य तैयार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.


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