नई दिल्ली: अमृतसर जिले के अजनाला में हुई हिंसा के बाद विपक्ष के निशाने पर आये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बिगड़ती कानून व्यवस्था की आशंकाओं को दूर करते हुए, दावा किया कि ये हिंसा पड़ोसी देश पाकिस्तान द्वारा भड़काने और शांति भंग करने की कोशिश है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुजरात के भावनगर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘ये 1,000 लोग (कथित खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के अनुयायी, जिन्होंने कट्टरपंथी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के जेल में बंद साथी सदस्य को रिहा कराने के लिए अजनाला पुलिस स्टेशन का घेराव किया था) पंजाब का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. राज्य में शांति भंग करने के लिए उन्हें पाकिस्तान द्वारा फंडेड किया गया है.
मान की यह टिप्पणी कथित खालिस्तान समर्थक संगठन के हजारों अनुयायियों द्वारा 23 फरवरी को अजनाला पुलिस स्टेशन पर धावा बोलने, तलवारें और मशाल दिखाने के बाद आई थी, जिसमें लवप्रीत तूफान को रिहा नहीं करने पर पुलिस को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. लवप्रीत को एक व्यक्ति पर हमला कर अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
पंजाब में शांति कायम है
कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक नारे लगाए जाने और अपने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर मान ने कहा, ‘क्या आप मानते हैं कि 1,000 लोग पूरे पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हैं? पंजाब आओ और देखो कौन इस तरह के नारे लगा रहे हैं? यह केवल कुछ ही लोग हैं जिन्हें विदेशी शक्तियों, विशेषकर पाकिस्तान द्वारा फंडेड किया जाता है. राजस्थान, पंजाब की तुलना में पाकिस्तान के साथ एक बड़ी सीमा साझा करता है. वहां (पाकिस्तान से) ड्रोन क्यों नहीं भेजे जाते? वे सभी पंजाब क्यों आ रहे हैं? उनके आका पंजाब में शांति भंग करना चाहते हैं.’
मान ने जोर देकर कहा कि पंजाब में शांति कायम है और उनकी सरकार राज्य को विकास की ओर ले जा रही है.
सीएम ने कहा, ‘पंजाब परेशान नहीं होगा. राज्य में शांति है. पंजाब सरकार राज्य को प्रगति की ओर ले जा रही है.’
बता दें कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 23 फरवरी को अजनाला घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी.
हिंसा के एक दिन बाद, मान ने 24 फरवरी को दावा किया था कि कानून और स्थिति नियंत्रण में है.
पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि ‘घटना की उचित जांच और कार्रवाई की जाएगी. वीडियो फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है.’
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