नई दिल्ली: 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इस साल पहली बार परेड में सीमा सुरक्षाबल की ऊंट टुकड़ी ने हिस्सा लिया. इस ऊंट टुकड़ी का नेतृत्व महिला सुरक्षा बलों ने किया.
इस ऊंट टुकड़ी को महिलाएं सशस्त्र बलों के 16वें मार्च करने वाले दल का हिस्सा बनाया गया.
इस साल कई टुकड़ियों में महिलाओं सुरक्षाबलों को खास जगह दी गई जिसे महिला सशक्तिकरण के रूप में देखा जा रहा है.
नौसेना के मार्चिंग ग्रुप का नेतृत्व लेफ़्टिनेंट दिशा अमृत ने किया. इस मार्चिंग दल में पहली बार तीन महिलाएं और पांच पुरुष अग्निवीर हो शामिल किया गया है साथ ही इस दस्ते में कुल 144 नौजवान नौसैनिक भी शामिल रहे.
इसके साथ ही सलामी मंच के सामने सीआरपीएफ़ महिला दस्ते का नेतृत्व असिस्टेंट कमांडेंट पूनम गुप्ता ने किया.
कर्तव्यपथ पर गणतंत्र दिवस परेड की सलामी लेने वाली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला बन गई हैं. इससे पहले यह मौका प्रतिभा देवी पाटिल पाटिल को मिल चुका है. द्रौपदी मुर्मू द्वारा परेड की सलामी लेते ही कर्तव्यपथ पर झाकियों का सिलसिला भी शुरू हो गया था.
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस 2023 की भव्य परेड भारत के लिए विशेष थी क्योंकि प्रतिभागियों ने स्वदेशी रूप से विकसित हथियार प्रणालियों का प्रदर्शन करके ‘आत्मनिर्भर भारत’ की थीम को बढ़ावा दिया.
इस वर्ष, गणतंत्र दिवस परेड में केवल मेड-इन-इंडिया हथियार प्रणालियों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें भारत की स्वदेशीकरण शक्ति का प्रदर्शन करने वाले गोला-बारूद शामिल थे, जैसे कि ‘मेड इन इंडिया’ 105 मिमी भारतीय फील्ड गन के माध्यम से 21 तोपों की सलामी, हाल ही में शामिल किए गए एलसीएच प्रचंड, के. -9 वज्र हॉवित्जर, एमबीटी अर्जुन, नाग एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, आकाश वायु रक्षा मिसाइल और क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल।
एयरफ़ोर्स के 45 एयरक्राफ़्ट, नौसेना के एक और थल सेना के चार हैलीकॉप्टर के कर्तव्य पथ से उड़ान भरने के बाद, गणतंत्र दिवस परेड का औपचारिक रूप से समापन हो गया है.
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