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Monday, 17 November, 2025
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वरिष्ठ पदों पर अधिक महिलाओं के होने से समावेशी विकास का भारत का संकल्प और मजबूत होगा: मुर्मू

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नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि वरिष्ठ पदों और नेतृत्व की भूमिकाओं में अधिक महिलाओं के होने से समावेशी विकास के लिए भारत का संकल्प और मजबूत होगा।

राष्ट्रपति मुर्मु ने यह बात भारतीय सांख्यिकी सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। इन परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की।

राष्ट्रपति ने अधिकारियों से ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का अनुपालन करने के लिए कहा।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘भारत को अधिक प्रगति और विकास की ओर ले जाने में आपका योगदान काफी बड़ा होने वाला है। आप जो सूचनाएं और आंकड़ों का विश्लेषण प्रदान करते हैं, वे नीतियां बनाने व उन्हें लागू करने में सहायक होंगे, जो यह सुनिश्चित करेगा कि विकास की यात्रा में कोई भी पीछे न रह जाए।’’

मुर्मू ने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि समारोह में उपस्थित अधिकारियों में महिला अधिकारियों की संख्या 40 प्रतिशत से अधिक है।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘वरिष्ठ पदों और नेतृत्व की भूमिकाओं में अधिक महिलाओं के होने से निश्चित रूप से समावेशी विकास के लिए भारत का संकल्प मजबूत होगा।’’

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के एक नए चरण की दहलीज पर है। उन्होंने कहा, ‘‘डिजिटल प्रौद्योगिकी की बढ़ती पैठ सरकारी कामकाज में पारदर्शिता व दक्षता लाई है और ई-सरकार परिदृश्य को रूपांतरित कर दिया है। इन पहलों के माध्यम से आंकड़ों की उपलब्धता सरकार को प्रभावी निर्णय लेने में सहायता प्रदान करती है।’’

उन्होंने कहा कि सही सांख्यिकीय विश्लेषण के बिना नीति निर्माण और क्रियान्वयन प्रभावी नहीं हो सकता।

मुर्मू ने कहा, ‘‘अंतहीन सूचना और आंकड़ों के प्रवाह के इस युग में सांख्यिकी की भूमिका व महत्व में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। जब हम किसी मानक के संबंध में भारत के स्थान के बारे में बात करते हैं, तो वे आंकड़े होते हैं। जब हम कहते हैं कि भारत युवाओं का देश है या इसका जनसांख्यिकी लाभ अधिक है, तो यह बात सांख्यिकी के आधार पर ही कही जाती है।’’

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकारी और गैर- सरकारी संस्थाओं के उपयोग के लिए केंद्रीय स्तर पर आधिकारिक आंकड़ों के संकलन में भारतीय सांख्यिकी सेवा के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

उन्होंने कहा, ‘‘उनके कार्य में सांख्यिकीय विधियों में उच्च दक्षता की जरूरत होती है, जिसका उपयोग वे देश को आंकड़ों और सूचना संबंधी आवश्यकताओं के समाधान प्रदान करने के लिए करते हैं।’’

राष्ट्रपति ने कहा कि उनके प्रशिक्षण में विभिन्न मॉड्यूल जैसे कि ‘डेटा माइनिंग’, ‘बिग डेटा’ और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के हालिया अभिनव सहित विस्तृत क्षेत्रों को शामिल किया गया है।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उन्हें कुशलतापूर्वक अपने कर्तव्यों का अनुपालन करने में सक्षम बनाएगा।

भाषा

अमित प्रशांत

प्रशांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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