नई दिल्लीः टोयोटा किर्लोस्कर मोटर प्राइवेट लिमिटेड के वॉइस चेयरमैन विक्रम किर्लोस्कर का मंगलवार को निधन हो गया. उनकी उम्र 64 साल थी. खबरों के मुताबिक उनका निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है. उन्हें भारत में ऑटोमोटिव इंडस्ट्री को शुरू करने वाला यानी कि अगुवा माना जाता है. खास तौर पर टोयोटा के बिजनेस को भारत में लाने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है.
एयरो मॉडलिंग का था शौक
1958 में जन्में किर्लोस्कर को भारत में टोयोटा का बिजनेस लाने और इसे बढ़ाने का श्रेय दिया जाता है. इनके पिता श्रीकांत किर्लोस्कर और दादा जी एसएल किर्लोस्कर द्वारा शुरू की गई इस कंपनी को इन्होंने काफी तेजी से बढ़ाया.
विक्रम किर्लोस्कर की शुरुआती शिक्षा ऊटी के लॉरेंस स्कूल में हुई. न सिर्फ पढ़ाई में बल्कि वो बैडमिंटन खेलने में भी बेहतर थे. इसके अलावा उन्हें एयरो मॉडलिंग यानी मॉडल एरोप्लेन बनाने और उड़ाने का शौक था.
स्कूल के बाद किर्लोस्कर जानी-मानी मेसाचुस्स्टेस यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए गए जहां से उनके दादा जी ने भी पढ़ाई की थी. वहां से उन्होंने मैकेनिकल इंडस्ट्री की डिग्री ली.
परफॉर्मेंस का था काफी दबाव
डिग्री कंप्लीट करने के बाद उन्होंने बिजनेस ज्वाइन कर लिया. उन्होंने पुणे में किर्लोस्कर क्यूमिन्स में ट्रेनी के रूप में ज्वाइन किया था. बिजनेस फैमिली से होने के नाते शुरू में उनके ऊपर परफॉर्म करने का काफी दबाव था. यहां रहकर उन्होंने कई इनोवेशन किए और तमाम टूल्स भी डेवेलप किए.
इस दौरान शॉप फ्लोर के प्रोडक्शन का उन्हें जिम्मा दिया गया था और नए इनोवेशन और प्रोसेस का डेवेलप करने में अपनी इंजीनियरिंग का उपयोग किया. उन्होंने कहा कि इसमें फैक्टरी के काम करने की उनकी समझ और एक समय में एक चीज़ पर फोकस करने की उनकी योग्यता ने काफी काम किया. अपने 30 साल के करियर में उन्होंने करीब 25 ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स पर काम किया.
किर्लोस्कर को भारत में टोयोटा का बिजनेस लाने का श्रेय दिया जाता है. जहां-जहां टोयोटा सिस्टम्स की पहुंच है वहां-वहां टोयोटा बिजनेस भारत में है.
पहली बार दोस्त की पार्टी में मिले थे अपनी पत्नी से
विक्रम किर्लोस्कर की अपनी पत्नी गीतांजलि किर्लोस्कर से पहली मुलाकात एक दोस्त की पार्टी में हुई थी. तब उनकी उम्र 24 साल थी और गीतांजलि किर्लोस्कर की उम्र महज़ 18 साल की थी. विक्रम से मिल के गीतांजलि उनसे काफी प्रभावित हुईं और बाद में दोनों ने शादी कर ली.
दोनों की एक बेटी है जो कि इस वक्त फैमिली बिजनेस को देखती हैं. वह किर्लोस्कर सिस्टम्स की एक्जीक्युटिव डायरेक्टर और टोयोटा मोटर्स की बोर्ड मेंबर हैं.
विक्रम किर्लोस्कर के पास अलग-अलग तरह की वाइन का काफी अच्छा कलेक्शन था और उन्हें इसकी काफी अच्छी पहचान भी थी. इसके अलावा उन्हें कुकिंग का भी शौक था.
कई हस्तियों ने जताया शोक
उनके निधन पर राजनीति से लेकर व्यापार जगत में तमाम लोगों ने शोक व्यक्त किया है. बॉयोकॉन लिमिटेड की एक्जीक्यूटिव चेयरपर्सन किरण मजूदमदार शॉ ने ट्वीट किया, ‘विक्रम के निधन से काफी दुखी हूं. वह मेरे काफी अच्छे दोस्त थे. गीतांजलि और मानसी के दुख में मैं उनके साथ खड़ी हूं. उनकी आत्मा को शांति मिले.’
Devastated with Vikram’s shocking demise. He was such a dear friend who I will hugely miss. I share the pain and unconsolable grief of Gitanjali Manasi n the family. May he rest in eternal peace. Om Shanthi 🙏 pic.twitter.com/PwT8kywtdM
— Kiran Mazumdar-Shaw (@kiranshaw) November 29, 2022
वहीं, राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘विक्रम किर्लोस्कर का असामयिक निधन झटका है और यह उद्योग के लिए एक बड़ा नुकसान है. उद्योग जगत के बहुत कम लोगों में उनके जैसी नेतृत्व क्षमता है.’
चिदंबरम ने कहा, ‘वाहन उद्योग में किर्लोस्कर के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. मैं उनकी पत्नी, पुत्री और परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.’
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