नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश प्रीलिमनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट (यूपी पीईटी) के लिए पंजीकृत उम्मीदवारों की शनिवार को राज्य के विभिन्न शहरों में रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ उमड़ी. जानकारी के मुताबिक इस बार पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या 37 लाख है.
ट्रेन उन उम्मीदवारों से खचाखच भरी हुई थी. इन में से अधिकतर उम्मीदवार यात्रा के दौरान खड़े रहने को मजबूर हुए. रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
Uttar Pradesh | Huge rush of passengers witnessed at railway stations of Uttar Pradesh as UP PET 2022 exam candidates return from their exam centres to their homes. Visuals from Gorakhpur & Kanpur pic.twitter.com/jq1sgnbY43
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 16, 2022
मुरादाबाद में रेलवे स्टेशन पर यूपी पीईटी की परीक्षा देकर लौट रहे छात्रों की भारी भीड़ देखी गई.
#WATCH | Uttar Pradesh: Passengers crammed into jam-packed railway coaches in Moradabad amid a massive rush of UP PET 2022 exam candidates returning from their exam centres to their homes pic.twitter.com/i8OZG2x3tW
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 16, 2022
यूपी पीईटी की परीक्षा 15 और 16 अक्टूबर, 2022 को दो शिफ्ट – सुबह 10 से दोपहर 12 बजे और दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक आयोजित की गई हैं. ट्रेनें उन उम्मीदवारों से भरी हुई थीं जिन्होंने शनिवार को अपनी परीक्षा दी थी और अपने घरों को लौट रहे थे और उन उम्मीदवारों के साथ भी जो रविवार को परीक्षा में शामिल हुए.
परीक्षा के दोनों दिन राज्यभर में उम्मीदवारों की भारी भीड़ देखने को मिली. वायरल वीडियो परीक्षा देने आए उम्मीदवारों के लिए राज्य सरकार की अव्यवस्था को भी बयान कर रहे हैं. रविवार को न सिर्फ रेलवे स्टेशन बल्कि बरेली में बस स्टेशन पर भी यूपी पीईटी की परीक्षा देकर लौट रहे छात्रों की भारी भीड़ देखी गई.
उत्तर प्रदेश: बरेली में बस स्टेशन पर UP PET की परीक्षा देकर लौट रहे छात्रों की भारी भीड़ देखी गई। pic.twitter.com/EbglQt469Z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2022
परीक्षा देने आई एक छात्रा ने कहा, ‘रेलवे स्टेशनों पर बहुत कुप्रबंधन है, हम यात्रा करते समय लगातार खड़े रहते हैं. प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं है. अचानक ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदल दिए जाते हैं. सीएम की रैलियों के लिए ट्रेनें बुक हैं लेकिन हम जैसे उम्मीदवारों के लिए कोई ट्रेन नहीं चलाई गई.’
गोरखपुर में रेलवे स्टेशनों पर भी छात्रों की भारी भीड़ देखी गई.
एक छात्र ने बताया, ‘सरकार प्रचार और अपने कार्यकर्ताओं को बुलाने के लिए 2-4 जिलों की गाड़ी बुक कर देती है, लेकिन हमारे लिए नहीं की गई. लड़कियों के लिए बुक की जानी चाहिए थी.’
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