नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय स्नातक पाठ्यक्रमों में समय पर दाखिला नहीं ले सके छात्रों को फिर से मौका देते हुए सत्र के बीच में नवंबर में दाखिले का मौका दे सकता है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) (साझा सीट आवंटन प्रणाली) के तीसरे चरण में 5 से 7 नवंबर के बीच फिर से दाखिले का मौका दिया जाएगा।
विश्वविद्यालय ने स्नातक पाठ्यक्रम में शिक्षण सत्र 2022-23 के लिए दाखिला प्रक्रिया पिछले महीने शुरू की थी।
दिल्ली विश्वविद्याय के 67 कॉलेजों, विभागों और केन्द्रों पर 79 स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला चल रहा है। इन पाठ्यक्रमों में बीए के लिए 209 कोर्स शामिल हैं।
सीएसएएस के माध्यम से दाखिला तीन चरणों में हो रहा है… सीएसएएस-2022 आवेदन पत्र जमा कराना, पाठ्यक्रम/कोर्स का चयन, अपनी पसंद बताना और सीट आवंटन तथा दाखिला।
सीएसएएस आवेदनपत्र और पाठ्यक्रम चयन तथा अपनी पसंद बताने का अंतिम दिन, आज बुधवार है।
अधिकारी ने बताया कि सत्र के बीच में नवंबर में दाखिले के लिए आवेदन देने वाले छात्रों की अर्जी पर विचार, पहले से आवेदन देने वाले और ज्यादा अंक पाने वाले सभी छात्रों के दाखिले के बाद ही किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया, ‘‘सीएसएएस-2022 के लिए सत्र के बीच में दाखिले के लिए अर्जी देने वाले छात्र को शुरुआती प्रक्रिया के दौरान सीएसएएस-2022 में आवेदन देने वाले छात्रों की सीटों पर दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा।’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘ऐसे छात्रों को बाद में सीटें आवंटित की जाएंगी। सीटें पात्रता पूरी करने, सीटों की उपलब्धता और सीएसएएस-2022 के अन्य नियमों के तहत दी जाएंगी।’’
इतना ही नहीं, सत्र के बीच में दाखिले के लिए आवेदन देने वाले छात्रों के लिए आवंटित सीट पर दाखिला लेना अनिवार्य होगा। साथ ही ऐसे छात्रों के पास ‘अपग्रेड’ का भी कोई विकल्प नहीं होगा। अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसे छात्र अपनी सीटों के अपग्रेडेशन का विकल्प नहीं चुन सकते हैं।’’
भाषा अर्पणा नरेश
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