नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर ‘भारत राष्ट्र समिति’ (बीआरएस) कर दिया है.
पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने घोषणा की कि पार्टी की आम सभा ने सर्वसम्मति से नाम को टीआरएस से बीआरएस में बदलने का संकल्प लिया है.
2024 में लोकसभा चुनावों से पहले चंद्रशेखर के इस कदम को राष्ट्रीय राजनीति में पार्टी के प्रवेश के तौर पर देखा जा रहा है. इस घोषणा के बाद से 2000 में लॉन्च की गई टीआरएस, अब बीआरएस के रूप में एक राष्ट्रीय पार्टी बन गई है.
खबरों के मुताबिक, पार्टी की आम सभा की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया. पार्टी अध्यक्ष राव ने बैठक में प्रस्ताव को पढ़ा और घोषणा की कि पार्टी की आम सभा की बैठक में सर्वसम्मति से टीआरएस से बीआरएस का नाम बदलने का संकल्प लिया. इस बैठक में 280 से अधिक पार्टी कार्यकारी सदस्य, विधायक और सांसद मौजूद थे.
जानकारी के अनुसार, प्रस्ताव गुरुवार या शुक्रवार को चुनाव आयोग को भेजा जाएगा. केसीआर जल्द ही अपनी भविष्य की योजनाओं और राष्ट्रीय राजनीति में उनकी भूमिका के बारे में बात कर सकते हैं.
घोषणा के बाद से टीआरएस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है.
इससे पहले राव अपने कार्यालय-सह-आधिकारिक आवास से टीआरएस मुख्यालय तेलंगाना भवन पहुंचे. रास्ते में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया.
केसीआर द्वारा इस घोषणा के दौरान जेडी (एस) नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी भी तेलंगाना भवन में मौजूद थे, जो अपनी पार्टी के 20 विधायकों के साथ मंगलवार रात हैदराबाद पहुंचे थे. इस अवसर पर दलित नेता थिरुमावलवन सहित तमिलनाडु के विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) के दो सांसद भी मौजूद थे.
इस मौके पर केसीआर, टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव ने कुमारस्वामी, थिरुमावलवन और अन्य को आमंत्रित किया था.
उधर, बीआरएस की शुरुआत पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सीएम राव और पार्टी को बधाई दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘एक राष्ट्रीय पार्टी में तब्दील होने के लिए तेलंगाना के सीएम और टीआरएस को शुभकामनाएं. पार्टी को उनकी नई शुरुआत पर मेरी शुभकामनाएं.’
Congratulations to @TelanganaCMO on @trspartyonline’s transformation into a national party. My best wishes to the party on their new beginning.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 5, 2022
बीआरएस से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद, यह दो तेलुगु राज्यों की पहली क्षेत्रीय पार्टी होगी जिसे राष्ट्रीय पार्टी में परिवर्तित किया गया होगा.
तेलंगाना और आंध्र में यंग मेन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन ने के चंद्रशेखर राव के एक नई राष्ट्रीय पार्टी बनाने के फैसले को अपना समर्थन दिया है, जिसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री ‘अल्पसंख्यकों के विकास’ के लिए ऐसा कर रहे हैं.
इस एसोसिएशन की दोनों तेलुगु राज्यों में लगभग 250 इकाइयां हैं जिसमें 10 लाख से अधिक सदस्य हैं . इसने एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया है.
एसोसिएशन ने एक बयान में कहा, ‘हम अल्पसंख्यकों के विकास के लिए राष्ट्रीय राजनीति में सीएम केसीआर के प्रवेश का स्वागत करते हैं, हम सीएम केसीआर के साथ खड़े हैं जो अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा कर रहे हैं. वाईएमसीए के सदस्यों ने एमएलसी राजेश्वर राव को सीएम केसीआर की राष्ट्रीय पार्टी का समर्थन करते हुए सर्वसम्मत प्रस्ताव प्रस्तुत किया है.’
इससे पहले मंगलवार को, केसीआर द्वारा नई राष्ट्रीय पार्टी के लॉन्च से एक दिन पहले, वारंगल में एक टीआरएस नेता को स्थानीय लोगों को शराब की बोतलें और चिकन देने की घटना के बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया था.
टीआरएस नेता राजनाला श्रीहरि स्थानीय लोगों को शराब की बोतलें और चिकन बांटते देखे जाने के बाद चंद्रशेखर राव की आलोचना करते हुए, कांग्रेस नेता मधु याशकी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री को “शराब का ब्रांड एंबेसडर” कहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर ‘अपनी शराब पीने की आदतों के लिए जाने जाते हैं.
बता दें कि, एक वीडियो में श्रीहरि, मजदूरों को 200 मुर्गियां और शराब की बोतलें बांटते हुए नजर आ रहे थे. साथ ही वीडियो में केसीआर और मंत्री केटीआर के कटआउट नजर आ रहे थे.
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