नई दिल्ली: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित माउंट द्रौपदी का डांडा-2 चोटी पर मंगलवार को हिमस्खलन में 10 पर्वतारोहियों की मौत हो गई और कई फंसे हैं जिनको बचाने की कार्रवाई चल रही है.
हिमस्खलन में फंसे लोगों में से 2 लोगों की मृत्यु की सूचना मिली है। 6 लोगों को रेस्क्यू भी किया है। ज़िला प्रशासन, NDRF, SDRF और सेना की मदद के लिए भी आग्रह किया था। सभी बचाव के कार्य में लगे हैं। भगवान से कामना करते हैं कि सभी लोग सुरक्षित लौटें: उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी https://t.co/sXNqmKM9N8 pic.twitter.com/Ft5BBIS0NP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 4, 2022
राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी के 28 प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है. प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ज़िला प्रशासन, NDRF, SDRF और सेना की मदद के लिए भी आग्रह किया था. सभी बचाव के कार्य में लगे हैं. भगवान से कामना करते हैं कि सभी लोग सुरक्षित लौटें.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन के कारण कई जानमाल के नुकसान से दुखी हूं, मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं.
धामी ने कहा कि रक्षामंत्री जी से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है. सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.
उत्तरकाशी में हुई हिमस्खलन की घटना अत्यंत दुःखद है। इस संबंध में मैंने अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन, SDRF, NDRF, ITBP व सेना की टीमें पूरी तत्परता से राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं।
— Amit Shah (@AmitShah) October 4, 2022
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि ‘निम’ के 34 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों और सात प्रशिक्षकों की एक टीम वापस आते समय हिमस्खलन में फंस गई. उन्होंने कहा कि दस शव दिखे हैं जिनमें से चार को बरामद कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि हिमस्खलन सुबह 8.45 बजे हुआ.
उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने कहा कि फंसे लोगों में से आठ को उनकी टीम के सदस्यों ने बचाया.