नई दिल्ली: पेटीएम ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा वे कुछ भी नई जांच नहीं कर रही है और अधिकारियों ने कुछ मर्चेंट पर चल रही जांच पर अतिरिक्त जानकारी मांगी है.
पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने ईडी के साथ अतिरिक्त जानकारी साझा की है क्योंकि एजेंसी अपनी चल रही जांच के सिलसिले में विभिन्न मर्चेंट से कुछ व्यापारियों के बारे में जानकारी मांग रही है. प्रवक्ता ने कहा कि यह कोई नई जांच नहीं है, बल्कि कुछ व्यापारियों पर चल रही जांच का एक हिस्सा है, जो कि स्वतंत्र संस्थाओं से जुड़ा है न की पेटीएम से संबंधित है.
कंपनी ने कहा कि ईडी की पूछताछ उसी जांच से संबंधित है, जिसके लिए उसने 4 सितंबर, 2022 को स्टॉक एक्सचेंजों को अधिसूचित किया था.
पहले स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में, कंपनी ने कहा था: ‘व्यापारियों के एक विशिष्ट समूह पर चल रही जांच के एक हिस्से के रूप में, ईडी ने ऐसे व्यापारियों के बारे में जानकारी मांगी है जिन्हें हम पेमेंट प्रोसेसिंग सोलयूशन देते हैं. यह स्पष्ट किया जाता है कि ये व्यापारी स्वतंत्र संस्थाएं हैं और इनमें से कोई भी हमारी समूह इकाई नहीं है. हम अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं और जारी रखेंगे.’
गौरतलब है कि बुधवार को ईडी ने वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के पेटीएम और पेयू के कुछ परिसरों पर छापेमारी की.
बता दें कि सितंबर की शुरुआत में पेटीएम की संचालक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने उन मर्चेंट से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया था जो चीनी कर्ज ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में हैं.
कंपनी ने कहा कि ईडी ने जिन कोष पर भी रोक लगाई हैं उनमें से कोई भी समूह या समूह की किसी कंपनी से संबंधित नहीं है.
ईडी ने बताया था कि चीनी नागरिकों के ‘नियंत्रण’ वाले ऐप आधारित त्वरित ऋण आवंटन में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में ऑनलाइन भुगतान मंचों रेजरपे, पेटीएम और कैशफ्री के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
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