नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि यदि उनके परिवार के सदस्यों को केंद्र सरकार की किसी भी जांच एजेंसी से नोटिस मिलता है तो वह इससे कानूनी रूप से लड़ेंगी.
बनर्जी की यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयला तस्करी घोटाले में चल रही अपनी जांच के सिलसिले में उनके भतीजे एवं तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी को शुक्रवार को केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए एक नया समन जारी किया.
मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यदि मेरे परिवार को (केंद्रीय एजेंसियों से) नोटिस मिलता है तो मैं इससे कानूनी रूप से लड़ूंगी, हालांकि इन दिनों यह कठिन हो गया है. लेकिन मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है.’
उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा) आरोप लगाते हैं कि कोयला घोटाले की रकम कालीघाट जा रही है, लेकिन उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. क्या रुपये मां काली के पास जा रहे हैं?’
बनर्जी कोलकाता के कालीघाट इलाके में रहती हैं. यह इलाका अपने काली मंदिर के लिए प्रसिद्ध है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अवैध रूप से संपत्ति हासिल करने में किसी की मदद नहीं की. उन्होंने कहा, ‘यदि यह साबित हो जाता है कि मैंने किसी संपत्ति का अतिक्रमण किया है या ऐसा करने में किसी की मदद की है, तो उसे ध्वस्त किया जा सकता है.’
हाल के वर्षों में बनर्जी के रिश्तेदारों की संपत्ति कई गुना बढ़ने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर इसकी जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से कराने का अनुरोध किया गया.
यह भी पढ़ें: बिहार में तेलंगाना के मुख्यमंत्री KCR ने RJD अध्यक्ष लालू यादव से मुलाकात की