नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) उद्योग संगठनों ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को अगले 25 साल में विकसित देश बनाने का स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जो आह्वान किया है वह प्रेरणादायी होने के साथ-साथ सुसाध्य भी है।
उद्योग चैंबरों ने प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में भारतीय उद्योग जगत की अहम भूमिका को भी रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है और इसके साथ आयात निर्भरता कम करने तथा घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने का आह्वान भी दोहराया है।
उद्योग मंडल एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है कि भारत के लिए विकसित राष्ट्र के दर्जे को प्राप्त करने से कम पर बात नहीं बनेगी जो हम सबके लिए बहुत ही प्रेरणादायी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश का संकल्प है नवीकरणीय ऊर्जा समेत ज्यादातर अहम क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनना, यही बात प्रधानमंत्री ने भी दोहराई है।’’
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का जो प्ररेणादायी दृष्टिकोण है वह 130 करोड़ भारतीयों के भीतर परिवर्तन लाने की सामूहिक भावना को जागृत करेगा।
उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष संजीव मेहता ने प्रधानमंत्री द्वारा 2047 के भारत के लिए ‘पांच प्रण’ के आह्वान का स्वागत किया।
लाल किले की प्राचीर से 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले 25 साल की यात्रा देश के लिये काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस ‘अमृत काल’ में विकसित भारत के साथ गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता और नागरिकों द्वारा अपने कर्तव्य पालन के ‘पांच प्रण’ का आह्वान किया।
मेहता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्र से आत्मनिर्भर भारत पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए भारतीय उद्योग अहम भूमिका निभाता रहेगा।
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